11 विपक्षी दलों ने BJP के खिलाफ की है मोर्चाबंदी, कई मुद्दों पर घेरने की है तैयारी....

कांग्रेस अब केंद्र सरकार को नए सिरे से घेरने की तैयारी में आ गई है. इस क्रम में कांग्रेस के अलावा 10 और विपक्षी दलों का समर्थन मिल गया है. बीते दिनों हुए बड़े घटनाक्रमों में जैसे प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई सुर्खियों में छाई रही. जिसके बाद से कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं. इसको लेकर कांग्रेस समेत 10 विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा कि वे (भाजपा) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार का विरोध करना जारी रखेंगे.
कांग्रेस को मिला रहा इन सियासी दलों का साथ
बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, तेलंगाना राष्ट्र समिति, राष्ट्रीय लोक दल, वेलफेयर पार्टी और स्वराज इंडिया के नेताओं ने एक प्रस्ताव में यह दावा किया है ,कि केंद्र सरकार ने लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती पैदा कर रही है....
ईवीएम मशीन के खिलाफ केन्द्र पर निशाना
विपक्षी दलों ने एक सम्मेलन में तीन प्रस्ताव पारित किए जिसमें पहला प्रस्ताव यह है कि ईवीएम और ‘वीवीपैट’ (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) कि इनमें छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है.
चुनावों में बड़े पैमाने पर धनबल और बाहुबल का दूरपयोग
दूसरे प्रस्ताव में कहा गया है कि चुनावों में बड़े पैमाने पर धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल किया जाता है जिससे चुनाव की शुचिता नष्ट हो रही है,और आगे कहा कि सरकार ने जो व्यवस्था लागू कि है जिसमें
राजनीतिक चंदे एवं इलेक्टोरल बॉन्ड की व्यवस्था है इस तरह की व्यवस्था खत्म होनी चाहिए.
जांच एजेंसियों का दुरुपयोग
तीसरे प्रस्ताव में दावा किया कि मीडिया और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से ध्रुवीकरण किया जा रहा है. यहां तक कि चुनाव आयोग ऑनलाइन फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने में विफल रहा है. विपक्ष ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों की शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है.