अफ़ग़ानिस्तान से भारत पहुंचा 55 सिखों का जत्था, सुनाई आपबीती- कहा जुर्म की हदें पार कर काट दिए थे बाल
अफ़ग़ानिस्तान में 2020 को युद्ध के दौरान तालिबानियों ने कब्ज़ा कर लिया था। जिसके बाद दुनियाभर के देशों ने इसकी कड़ी निंदा की थी। उस समय कई भारतीय अफ़ग़ानिस्तान में फंसे हुए तो भारत सरकार ने यहां से कई स्पेशल विमान अफ़ग़ानिस्तान भेज वहां फंसे भारतीयों को सही सलामत निकाल लिया था। आपको बता दे अफ़ग़ानिस्तान में कई भारतीय रहते थे और करीब 800 हिंदुओ को यहां भारत वापिस लाया गया।
इन लोगों कई सिख समुदाय के भी लोग थे जिनके साथ काफी गलत व्यवहार हुआ और आज करीब 2 साल बाद अफ़ग़ानिस्तान से अंतिम सिख जत्था करीब 55 सिख भारत लौट आये। उन्होंने भारत देश लौटते ही सुनाई आपबीती बताया कि कैसे उनके ऊपर ज़ुल्म हो रहे थे।
भारत पहुंचे अफगान सिख बलजीत सिंह ने बताया कि अफगानिस्तान की स्थिति बेहद ख़राब बहुत है। मुझे जेल में बंद कर मारते थे और मेरे बाल भी काट दिए गए, मैं 4 महीने से तालिबानियों का जुल्म सह रहा हूं। मैं भारत सरकार का आभार व्यक्त करता हूँ कि मुझे और कई सिखों को उन्होंने इस मुश्किल गड़ी में बाहर निकाला। एक दुसरे शरणार्थी सुखबीर सिंह खालसा ने कहा, हम भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहते थे क्यों कि यहां आने के लिए हमें ई वीजा उपलब्ध करवाया गया। अब भी हमारे परिवार के कई लोग अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं। लगभग 30-35 लोग अफगानिस्तान से अब भी नहीं निकल पाए हैं। इस अंतिम सिख जत्थे में 38 वयस्क, 17 बच्चे और तीन शिशु शामिल हैं। जिनका दिल्ली में भारत सरकार ने स्वागत भी किया।