बिलकिस बानो के रेपिस्ट है 'ब्राह्मण' उनके संस्कार अच्छे है…. बीजेपी MLA के बिगड़े बोल

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Bilkis Bano case बि‍लकिस बानो (Bilkis Bano) के गैंगरेप और उसके परिवार की निर्मम हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा पाए 11 लोगों की रिहाई का मुद्दा काफी गर्माता जा रहा है. इस जघन्य अपराध को लेकर गोधरा के बीजेपी विधायक का हैरतअंगेज बयान सामने आया है. गोधरा के एमएलए सीके राउलजी ने के बोल इतने बिगड़ गए कि वो ये भूल गए कि बिलकिस के रेप के लिए दोषी ठहराए गए उन 11 आरोपियों को ब्राह्मण कह कर संबोधित कर दिया और ये तक कह दिया कि वो तो ब्राह्मण है उनके संस्कार अच्छे है. बीजेपी विधायक यही नहीं रुके अपनी फिसली जुबान को और तीखी करते हुए इन 11  दोषियों का फूलमालाओं और मिठाई से स्‍वागत करने वालों का भी समर्थन कर डाला.

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गुजरात सरकार की मदद से बिलकिस के 11 आरोपियों को रिहा किया गया था और बीजेपी विधायक राउलजी, गुजरात सरकार के उन दो बीजेपी नेताओं में से एक है जिसने सर्वसम्‍मति से बलात्‍कारियों को रिहा करने का फैसला किया था. यह फैसला तब किया गया जब मामले के एक दोषी ने 'माफी' की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और यह मामला राज्‍य सरकार को सौंप दिया गया गया. बीजेपी विधायक राउलजी का इंटरव्यू सोशल मीडिया पे खूब वायरल हो रहा है जिसमें वो ये कह रहे है कि, " उन्हें नही पता कि दोषियों पर जुर्म साबित हुआ है या नही और उन्होंने ऐसा कुछ है या नही, परंतु ये बात भी की उनका व्यवहार अच्छा था और वो ब्राह्मण है और ये जगजाहिर की ब्राह्मण के संस्कार अच्छे होते है. हो सकता कि उन्हें फंसाया गया हो." बीजेपी विधायक के इस इंटरव्यू को सोशल मीडिया पे काफी आलोचना मिल रही है. आपको बता दे कि स्‍वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी के लाल किले की धरोहर से महिला सशक्तिकरण की वकालत करने के कुछ ही घंटे बाद ये रेपिस्ट रिहा  हो गए और इसका सीधा असर बिलकिस बानो के परिवार को हुआ. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी दिल की बात रखी थी कि वो इस फैसले से नाखुश है. 

रिहाई के बाद उन दोषियों को मिठाई खिलाते हुए और तस्वीरे खिंचाते हुए फ़ोटो काफी वायरल हो रही है. 2008 में बिलकिस बानो रेप केस में इन 11 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने सज़ा सुनाई और इनको आजीवन कारावास का फैसला सुनाया. बाद में इन्ही आरोपियों ने से एक नए माफी मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रास्ता चुना और कोर्ट ने ये मामला गुजरात सरकार को सौंप दिया जिसके बाद बीजेपी के कुछ नेताओं की मदद से ये सब आरोपी रिहा हो गए. इस मुद्दे पे राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को बुरी तरह घेरते हुए ये कहा कि एक तरफ पीएम मोदी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे है वही दूसरी तरफ उनकी सरकार रेप के दोषियों को जेल से रिहा करवा रही है. इस मानसिकता से देश चला रहे है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

 

" ये फैसला चाहे कुछ भी हुआ हो इस बात को नजरअंदाज नही किया जा सकता कि दोषी अब खुली हवा में सांस ले रहे है और पीड़ित परिवार के मन मे डर का माहौल है. देश मे बेटियां सिर्फ इतना चाहती है कि हम सुरक्षित रहे पर इन नेताओं के बिगड़े बोल और गलत मानसिकता से शायद बेटियों का ये सोचना अब जायज़ नही है क्योंकि इनके बोल से ये साफ पता चल रहा कि ये उन रेपिस्ट की सोच के साथ खड़े है."