हिमाचल प्रदेश में प्रत्याशीयों की किस्मत हुई EVM में कैद, अब 8 दिसंबर को पता चलेगा किसकी बनेगी सरकार?
हिमाचल प्रदेश में सुबह 8 बजे से 68 विधानसभा सीटों में वोटिंग शुरू हुई जो शुरुआत में थोड़ी धीमी हुई लेकिन शाम तक आते आते मतदान ने रफ़्तार पकड़ ली। शाम 5 बजे तक हिमाचल प्रदेश में 65.50 फीसदी वोटिंग हुई, जिसमे से सबसे ज्यादा मतदान सिरमौर जिले में हुआ जहां करीब 69.97% हुई तो वही सबसे कम वोटिंग किन्नौर ज़िले में हुई जहां करीब 62% हुई। आपको बता दें हिमाचल में 2017 में हुए पिछले चुनाव में रिकॉर्ड 75.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।
राज्य की 68 सीटों पर 412 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 24 महिला प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रही हैं। राज्य में 55 लाख से ज्यादा पंजीकृत मतदाता हैं। कुल पंजीकृत मतदाताओं में से 28,54,945 परुष और 27,37,845 महिलाएं हैं. वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी।
भारतीय जनता पार्टी की इसबार राह उतनी आसान नहीं होगी क्योंकि आम आदमी पार्टी ने मैदान में उतरकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है। आप ने 68 में से 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं बहुजन समाज पार्टी ने भी कुल 53 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार, लड़ाई को काफी दिलचस्प बना दिया है। कांग्रेस की पकड़ कुछ सालों में छूटी जरूर है लेकिन पूरी तरह लड़ाई दूर नहीं हुई है।
इस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में एक स्थानीय मंदिर में पूजा करने के बाद अपनी पत्नी और बेटियों के साथ मतदान किया तो वहीं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने रामपुर में मतदान किया। इससे पहले उन्होंने शिमला के शनि मंदिर में पूजा की। बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिलासपुर में परिवार के सदस्यों के साथ मतदान किया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी वोट डाला।