Relationship tipes :देर से करेंगी शादी तो होंगे ये वाले फायदे और कुछ नुकसान

हमारे समाज में एक उम्र के बाद शादी को लेकर प्रेशर बढ़ने लगता है।फिर चाहें वो लड़का हो या लड़की हर किसी पर प्रेशर डालना शुरू हो जाता है. वैसे तो शादी एक आपसी डिसीजन है कि आप कब शादी करना चाहते हैं.शादी को लेकर फॅमिली वाले रिश्तेदार वाले या फ्रेंड हो या समाज के लोग शादी को लेकर प्रेशर देते रहते हैं। कब शादी करना है ऐसे में अगर लड़का या लड़की अगर शादी के लिए मना कर देते हैं तो घर वाले नाराज़ हो जाते हैं और घर का माहौल टेंशन में आ जाते हैं. आप सलमान खान को ही देख लिजिए जहां जाते हैं लोग सबसे पहले उनसे शादी के बारे में पूछने लगते हैं की आप कब शादी करे गए यानी प्रेशर हर किसी पर होता है फ़िर चाहें वो ऐक्टर हो या कोई आम इंसान प्रेशर कम नहीं होता है. लकिन हर रिश्ते को चलने से पहले हमे उसको समझना ज़रूरी है। आइए आप को बताते हैं कि देर से शादी करने के फायदे और नुक़सान क्या- क्या है. तो आइये चलते हैं विस्तार से बताने.
देर से शादी करने से जिंदगी को खुल कर जीने का मौका मिलता है. हम अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जी पाते हैं,
अधिकतर देरी से शादी करने वाले लोग आर्थिक रूप से मजबूत होते हैं. इसलिए उनके परिवार को आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है.
लकिन देर से शादी करने पर हमे फायदे के साथ कुछ नुकसान भी है.
ज्यादा देर से शादी होने पर दोनों कपल आपस में लड़ते झगड़ते रहते हैं ज्यादा उम्र की वजह से दोनों का इगो लेवल बढ़ जाता है और दोनों में से कोई झुकने को तैयार नहीं होता है जिस की वजह से झगड़ा बढ़ता रहता है.
देर से शादी होने पर महिलाओ के शारीरिक क्रिया मे मन नहीं लगता इस कारण पति पत्नी मे झगड़ा होता रहता है। इसके अलावा उम्र के साथ ही पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कम होने लगता है और सेक्स की इच्छा उतनी नहीं रहती जितनी की कम उम्र में होती है।
देर से शादी होने पर महिलाओं में 30 से 35 साल की उम्र के बाद गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती हैऔर (इनफर्टिलिटी) उत्पन्न होने की संभावना बढ़ती जाती है।