वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में पेश किया बजट 

बजट को लेकर विपक्षी दल ने किया विरोध
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में पेश किया बजट
सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण  ने  देश के आम बजट को लेकर  संसद में पेश किया जहाँ बजट पेश के दौरान विपक्ष ने विरोध करना शुरू कर दिया, बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही कहा कि 
कि हमारी सरकार किसानों के कल्याण के प्रतिबद्ध है, वैसे ही विपक्षी दल के नेता ने लोकसभा में हंगामा शुरू कर  दिया साथ ही "कृषि कानून वापस करो" के नारे लगाने लगे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने  न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों के उत्पाद की प्रक्रिया की बात कही, वहीं  साल 2020-21 में  किसानों से 1.72 लाख करोड़ रुपये का धान खरीदने  के बारे में बताया|
 वित्त मंत्री ने गेहूँ को लेकर बताया कि 2013-14 में किसानों को कुल 33874 करोड़ रुपये दिए गए थे, वहीं  2019-20 में आंकड़े में बढोत्तरी होती दिखी, जहाँ 62 हजार करोड़ से ज्यादा का फायदा हुआ   जबकि 2020-21 में इससे भी ज्यादा बढोत्तरी  हुई जहाँ  ये आंकड़े बढ़कर 75050 करोड़ हो गए जिससे  43.36 लाख का किसानों को फायदा हुआ 
धान को लेकर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 2013-14 में धान के किसानों को लगभग 64 हजार करोड़ रुपये उपज खरीद के एवज में भुगतान किया गया, जबकि  2019-20 में ये आंकड़ा बढ़कर 1.41 लाख करोड़ हो गया वहीं  2020-21 में इस आंकड़े में और फायदा हुआ और ये आंकड़ा बढ़कर 1.72 लाख करोड़ हो जाने की उम्मीद बता रहे हैं, वित्त मंत्री ने दावा किया कि इससे  1.54 करोड़ किसानों को फायदा होगा|
वित्त मंत्री ने दाल पर चर्चा करते हुए  कहा कि इसी अनुपात में दाल की खरीद में भी इजाफा हुआ है,  वित्त मंत्री ने कहा कि साल 2013-14 में 236 करोड़ रुपये  की दाल खरीदी गई थी,  2019-20 में सरकार ने किसानों से 8285 करोड़ रुपये की दाल खरीदी, जबकि 2021 में इसके 10530 करोड़ रुपये होने का दावा किया जाा रहा है|