समाचार का महत्व

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समाचार का महत्व

   समाचार इस शब्द का अर्थ तो आप सभी को पता होगा । समाचार देने की तरीके बहुत और अलग - अलग होती है । किसी के लिए समाचार का महत्व ज्यादा है तो किसी के लिए काम । समाचार का महत्व उन लोगों को ज्यादा है जिन्हें जानना जरूरी होता है कि अपने राज्यों, देशों तथा अन्य देशों और पूरे विश्व में क्या चल रहा है । तथा काल के दिन कि शुरूवात से लेकर रात तक कि पूरी जानकारी तथा दिनभर कहा कुछ हुआ, क्या होने वाला है।  सब के सब की जानकारी विस्तृत तरीके से अगले दीं समाचार के माध्यम से हमे पता चलता हैं।

 

      राजा - राजाओं के समय समाचार देने का तरीका दवंडी पिटवाना था। राजा के दरबार से समाचार देने दवंडी पिटवानेवाले ( समाचार देने वाला ) को गाँव में भेजा जाता था । प्रजा को समाचार देने । दवंडी पिटवाने वाला दरबार से लेकर गाँव तक घोषणा करते - करते आता और एक खुले मैदान में खड़े रह कर गाँव के लोगों को एकत्रित का समाचार देता । पत्रो के माध्यम से भी किस राज्य में क्या स्थिति है; इसका समाचार मिलता । परंतु आज के दिन वैसे नहीं रहे; पर समाचार का महत्व आज भी उतना है जितना राजाओं के काल में था।  आज के समय समाचार देने के तरीके बदल गई हैं। न्यूज चैनल्स, समाचार पत्र ये को आए हैं। न्यूज चैनल्स अभ सभी भाषाओं में उपलब्ध हैं । वहा २४ घंटे दिन भर की और १/१ मिनट में घटने वाले घटनाओं की जानकारी मिलती हैं। हम घर बैठके अन्य राज्यों, देशों तथा पूरे विश्व में क्या चल रहा हैं; इसकी जानकारी ले सकते हैं। यह महत्व हैं न्यूज चैनल्स का। समाचार पत्र का महत्व भी लग - भग ऐसा ही हैं। परंतु अंतर एक ही है न्यूज चैनल्स में विस्तृत में समाचार नहीं देते पर समाचार पत्र में घटना की विस्तृत में जानकारी दी जाती हैं। समाचार पत्र खरीदने की किमत ज्यादा नहीं है क्योंकि सभी लोग समाचार पढ़ सके और उन्हें सभी चीजों की जानकारी प्राप्त हो सके । समाचार पत्र भी लग - भग सभी भाषाओं तथा सभी जगह प्रस्थापित हुऐ हैं। नए आने वाली फिल्में तथा सिरीअलस् का पता हमे ज्यादा तर समाचार पत्र और न्यूज चैनल्स की माध्यम से भी पता चलता हैं। कुछ - कुछ समाचार पत्रों को तथा न्यूज चैनल्स की अपनी - अपनी वेबसाइट तथा ऐप्स होते हैं। आप जब इस चैनल्स या समाचार पत्र का नाम गूगल पे सर्च करते हो; तो उनकी वेबसाइट सामने आ जाएगी और सभी क्षेत्रों के बारे में आपको न्यूज मिलेगी । और आप कभी भी अपने मोबाइल पर समाचार पत्र पढ़ या समाचार वीडियो के रूप में देख सकते हो ।

 

      सोशल मीडिया भी समाचार का हिस्सा बन चुकी हैं। किन्तु आज के समय सभी लोग सोशल मीडिया इस्तेमाल कर रहे हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल, ट्विटर, यूट्यूब जैसे अन्य मीडिया से दिनभर घड़ने वाली घटनाएं तथा विश्व में क्या चल रहा है, इसकी जानकारी तथा छोटे - छोटे चीजों की जानकारी इस सोशल मीडिया पर देखनी मिलती है । बच्चों से लेकर बुढो तक के लिए समाचार पत्र होते हैं। क्योंकि समाचार का महत्व है हि इतना ज्यादा। किसी वस्तु और फिल्म / सीरियल की घोषणा करनी हो तो सोशल मीडिया, समाचार पत्र और न्यूज चैनल्स का इस्तेमाल किया जाता हैं। जिसके वजह से यह समाचार सभी वाचको तथा न्यूज चैनल्स देखने वालो तक पहुंचे । समाचार पत्र में छोटे बच्चों को पढ़ाने तथा चित्र बनाने के लिए एक पन्ना होता हैं। वह पन्ना पूर्णत: बच्चों के किए होता हैं। समाचार पत्र में सभी क्षेत्रों के बारे में विस्तृत जानकारी होती हैं। समाचार पत्र के हर एक पन्नों पे सिर्फ उसको क्षेत्र के बारे में जानकारी दी जाती हैं; तथा वाचक भी अच्छे तरह से पढ़ सके।

 

      समाचार का महत्व पहले भी था और आज भी है और आगे भी रहेगा। क्योंकि न्यूज चैनल्स, समाचार पत्र और अन्य माध्यमों से ही हमे पता चलता है कि क्या हुआ है और क्या होने वाला है। समाचार के माध्यमों से हमे कोरोना वायरस और कोरोनावायरस के संबंधित चीजों के बारे में समझा । कोरोनावायरस के लॉकडाउन के समय हम पूरे समाचार चैनल्स पें ही निर्भर थे । न्यूज चैनल्स के रिपोटर्स जहा घटना हुई होगी वह जाकर उस घटना के नजदीकी परिसर दिखाते है; हमे उस घटना कि जानकारी देते हुए समाचार देते हैं। इस सभी को देखते आपको यकीन हुआ होगा की समाचार जा महत्व क्या हैं।