क्या हर सार्वजनिक स्थान पर Wi - Fi होना चाहिए ?

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क्या हर सार्वजनिक स्थान पर Wi - Fi होना चाहिए ?

यात्रा करते समय हम सभी चीजों को याद करके बाहर निकलते हैं। सभी सामान साथ ने है या नहीं वह भी देखते हैं। और सबसे महत्वपूर्ण बात मोबाइल ने नेटपैक है या नहीं। यात्रा करते समय मोबाइल पर बातचीत करते जाना, ऑनलाइन ताजी खबरे देखना, ऑनलाइन खेल खेलना होता हैं। इतना इंटरनेट हमारा साथी हुआ हैं। इंटरनेट के जरूरत हमे आज समय  1 - 1 मिनट पर हैं। तो आज हम आर्टिकल के द्वारा आपको बताएंगे की सार्वजनिक स्थान पर Wi - Fi सही में होना चाहिए।

 

   आज हम इस घड़ी में हैं; जहां हमारी सुबह मोबाइल को देखे बिना नहीं होती और रात भी मोबाइल को देखे बिना नहीं होती। और इन दोनों के बीच हमने हमारे मोबाइल के तरफ देखा भी ना हो ऐसे हो नहीं सकता। सोशल मीडिया पर क्या अपडेट्स आए है, यह सब देख बिना हमारा 1 - 1 घंटा क्या 1 - 1 मिनट नहीं जाता। हम जहां जाए वह हमारे साथ मोबाइल और इंटरनेट दोनों साथ होना जरूरी हैं। पर आप में से यदि बहुत कम लोगों को पता होगा कि आज के समय में कई सार्वजनिक स्थानों में भी Wi - Fi उपलब्ध हैं। हां, वह भी बिना पासवर्ड के। सार्वजनिक जगहों पर Wi - Fi लगाने का महत्व यह हैं; की सार्वजनिक Wi - Fi एक बेहतर जुड़ा हुआ समाज और एक अधिक उन्नत शहर सुनिश्चित करेगा। इतना ही नहीं, यह पर्यटकों को आकर्षित करेगा और परिणामस्वरूप व्यापार यात्राएं बढ़ाएगा। और सबसे महत्वपूर्ण बात तो Wi - Fi प्रदान करने से सभी को स्वास्थ सलाह, नौकरी के अवसर और ऑनलाइन शिक्षा सहित कई तरह कि जानकारी मिल सकेगी। हम सभी को लगा है कि इंटरनेट का आज के सदी में कितना महत्व हैं। हमारे दिन कि शुरुआत भी इंटरनेट से होती हैं। और देखा जाए तो 70% - 75% हमारा काम इंटरनेट पे ही निर्भर हैं। हमे अपने अध्ययन के लिए इंटरनेट की आवश्यकता होती हैं, नई चीजों को सीखना, नौकरी के अवसरों को तलाश करना, अपने दोस्तो और रिश्तेदारों के साथ संवाद करना, क्यों ना वह किसी अन्य देशों में रहते हों।

 

   इंटरनेट और नेटवर्क के ये सभी उपयोग केवल हमारे पुरानी पीढ़ी के किए सपना था; परंतु आज के समय इंटरनेट और नेटवर्क का बहुत महत्व हैं। और इसपर सभी निर्भर हैं। हम आपने मोबाइल फोन और लैपटॉप में लगातार इंटरनेट कनेक्शन रखते हैं। भले ही हम यात्रा क्यों ना कर रहे हो। इस स्थिति ने जहां इंटरनेट कनेक्शन समय की आवश्यकता है, एक सार्वजनिक Wi - Fi कनेक्शन उस व्यक्ति के दैनिक कार्य के लिए एक वरदान की तरह होगा। वह इस सार्वजनिक Wi - Fi कनेक्शन का इस्तेमाल करने से पहले नहीं सोचता। हमारे भारत में लगभग 60% से अधिक आबादी युवा पीढ़ी हैं। और इस आबादी कि आधी आबादी से निपटने में किए बहुत सारी समस्याएं हैं। मार्च 2020 में जैसे ही पूरे भारतदेश में लॉकडाउन का ऐलान किया; विद्यालय, महाविद्यालय जैसे अन्य क्षेत्र भी बंद हुए। उस दौरान इंटरनेट और नेटवर्क हम सबके लिए सब कुछ था। विद्यालय, महाविद्यालयों कि परीक्षाएं, कक्षाएं सभी ऑनलाइन तरीके से होती थी। कई विद्यार्थियों के पास इंटरनेट की सुविधा थी, इसलिए उनको किसी भी तकलीफों का सामना न करना पड़ा। परंतु कई गरीब विद्यार्थी नहीं थे, जिन्हे इंटरनेट का इतना खर्चा उठाना नामुमकीन था। इसलिए सार्वजनिक साथ पर जहां Wi - Fi उपलब्ध हो; वहां जाकर उन विद्यार्थियोंने अपनी कक्षा में  भाग लिया। उनके लिए यह इंटरनेट और नेटवर्क वरदान के स्वरूप था। 

 

   हमने डिजिटल इंडिया योजना के बारे में सुना ही होगा; जिसे भारत के प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था। और उसके बाद एक साल के लिए मुफ्त इंटरनेट की घोषणा की गई थी। यह भारत में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए किया गया था और इस योजना के कारण, मुफ्त सार्वजनिक Wi - Fi शब्द अस्तित्व में आया। अभी भी कई रेल्वे स्थानकों, कई जगहों पर सार्वजनिक Wi - Fi उपलब्ध हैं। इसका लाभ सभी अच्छे तरह से ले रहे हैं।