इंजीनियरिंग बनते-बनते कैसे बन गए इंडस्ट्री के किंग यश चोपड़ा के किस्मत का सितारा
बॉलीवुड में कोई भी रोमांस की बात करे तो सब के ज़ुबा पर शाहरुख खान का नाम आता है लेकिन आप को बता दे की शाहरुख खान से पहले भी इस इंडस्ट्री में रोमांस के किंग यश चोपड़ा हुआ करते थे। यश चोपड़ा उन डायरेक्टर में से एक हैं जिन्होंने बॉलीवुड में रोमांस को एक नया चेहरा दिखाया है। यश चोपड़ा एक मशहूर फिल्ममेकर होने के साथ साथ एक बेहद दिलचस्प शख़्स भी थे। आइये जानते है कैसे।
कहते हैं उनके जैसा कहानियां शायद ही मनोरंजन जगत में कोई गढ़ पाता था. उनकी हर कहानी ब्लॉकबस्टर साबित होती थी. आज पूरा फिल्म जगत उनकी बर्थ एनिवर्सरी मना रहा है. इस खास मौके पर उन्हें हर कोई याद कर रहा है।
बता दें कि यश चोपड़ा ने हिंदी फिल्मों में कुछ ऐसे खास एक्सपेरिमेंट किए हैं, जिन्हें शायद कभी कोई नहीं भूल सकता. आज के इस खास मौके पर उनकी जिंदगी की कुछ दिलचस्प कहानियों के बारे में जानेंगे, जिनसे आप अबतक अंजान हैं।
1970 में अपने भाई बीआर चोपड़ा का साथ छोड़कर यश चोपड़ा ने अपना प्रोडक्शन हाउस यशराज फिल्म्स शुरू किया। प्रोडक्शन की पहली फिल्म दाग रही जिसके लिए यश को तीसरी बार बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला। वहीं फिल्म जिसका डायलॉग, मेरे पास मां है हर किसी की जुबान पर है। फ़िल्म दीवार के बाद यश चोपड़ा ने अमिताभ के साथ त्रिशूल, कभी-कभी, सिलसिले जैसी फिल्में बनाईं। जिन्होंने अमिताभ को स्टार बना दिया।
यश चोपड़ा के लिए ज्यादातर फिल्में सलीम-जावेद की राइटर जोड़ी ने लिखी थीं। इन्हीं के कहने पर जावेद अख्तर ने गाने लिखने शुरू किए थे।
हालांकि, करियर के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब यश चोपड़ा को असफलताओं का सामना करना पड़ा था. लेकिन, नाकामियाबी से हार मानकर यश चोपड़ा लगातार मेहनत करते रहे. इसी के साथ उन्होंने कई सितारों को भी स्टारडम का दर्जा दिलाया.