कुंभ मेले में पहली बार बचे हुये खाद्य तेलों से बनेगा बायोडीजल
यूपी में योगी सरकार हरिद्वार में कुम्भ मेले को लेकर स्वस्थ और सुरक्षित कुम्भ बनाने पर खास तौर से जोर दे रही है. जहां इसके लिए हरिद्वार में पहली बार दुकानों में इस्तेमाल होने के बाद खाद्य तेल से बायो डीजल बनाने की योजना बनाई गई है. वहीं योजना की सफलता के लिए शुक्रवार को आर्य नगर स्थित एक होटल में कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य सुरक्षा गोष्ठी और प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमे कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और इस कार्यक्रम का हरी झंडी दिखाकर विधिवत उद्घाटन किया.
बता दें कि, हरिद्वार में खाने-पीने की दुकानों से बचे खाद्य तेल से बायोडीजल बनाया जाएगा. इसके बाद व्यापारियों को इसका पूरा प्रोसीजर समझाया जाएगा. वहीं मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा अध्यात्म और उत्सव के रंग स्वच्छ, और सुरक्षित खाद्य के संग के इस नारे को साकार करने के लिए हम सभी मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे. वहीं इस्तेमाल किए गए तेल से बायोडीजल बनाने की अच्छी योजना है. इस योजना से ना सिर्फ अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा बल्कि इंडस्ट्री यूज और व्यापारियों को उसका पैसा ही मिलेगा.
बचे हुए तेल से बायोडीजल बनाने के विषय में लीड ऑफिसर आशीष भार्गव ने विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हरिद्वार में इस योजना के क्रियान्वयन के लिए एक विशेष ट्रेनिंग कार्यक्रम बनाया गया है. 25 व्यापारियों पर एक प्रशिक्षित व्यापारी की नियुक्ति की जाएगी. वहीं, एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा जिसमें हरिद्वार के व्यापारियों को जोड़ा जाएगा. इस ग्रुप में व्यापारी अपने यहां बचे हुए तेल की जानकारी देंगे और विभाग एवं उस पर उनके प्रतिष्ठान पर जाकर उनसे 25 रुपये किलो के हिसाब से बचा हुआ तेल खरीदेगा.
हरिद्वार में इस्तेमाल होने के बाद खाद्य तेल से बायो डीजल बनाने की योजना काफी कारगर नजर आ रही है, क्योंकि इस योजना से जुड़ने के लिए हरिद्वार के तमाम व्यापारी भी उत्साहित नजर आए और इस योजना के माध्यम से लोगों को अच्छे खाद्य पदार्थ भी खाने को मिलेगा, जिससे कई प्रकार की बीमारियां भी खत्म होगी.