राजनीति के बदलते आयाम
प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद लोगों में राष्ट्रवाद और राष्ट्रहित की भावनाएं उभर कर सामने आ रही है। जनता में एक उम्मीद और विश्वास की किरण जागी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने ट्वीट कर कहा है “ पहले देश में यह धारणा बन गई थी कि अगर कोई युवक राजनीति की तरफ रूख करता था, तो घरवाले कहते थे कि बच्चा बिगङ रहा है, क्योंकि राजनीति का मतवब ही बन गया था कि झगङा-फसाद, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार। लोग कहते हैं सबकुछ बदल सकता है, लेकिन सियासत नहीं बदल सकता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यह वक्तव्य शत-प्रतिशत सही है, चूंकि पहले राजनीति में लूट-खसोट, भ्रटाचार का ट्रेंड बन चुका था। इस राजनीति के क्षेत्र में साम, दाम, दंड और भेद की नीतियों को अपनाना पङता था। प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद लोगों में राष्ट्रवाद और राष्ट्रहित की भावनाएं उभर कर सामने आ रही है। जनता में एक उम्मीद और विश्वास की किरण जागी है।
वास्तव में देखा जाए तो, आज जनता का इनपर इतना अटूट विश्वास हो गया है कि लोग कितनी भी ओछी राजनीति कर लें, पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई सच्चा देशभक्त नहीं जाएगा, क्योंकि इनके संरक्षण में जनता स्वयं को बहुत सुरक्षित महसूस कर रही है। अब राजनीति का आयाम और रूपरेखा बदल चुका है।