भारत में हुआ डिजिटल जनसंख्या घड़ी का उद्घाटन। क्या है इसका महत्व?
एक अनुमान के अनुसार, भारत वर्ष 2027 तक सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने की ओर अग्रसर है, जो कि एक बहुत ही चिंतनीय विषय है।
Sep 15, 2021, 12:57 IST
|
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, डॉ भारती परवीन पवार ने 10 सितंबर, 2021 को आर्थिक विकास संस्थान, दिल्ली में एक 'डिजिटल जनसंख्या घड़ी' का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने जनसंख्या, मानव पूंजी और सतत विकास पर संगोष्ठी का भी उद्घाटन और अध्यक्षता की और "असम में शिशु और बाल मृत्यु दर- जनसांख्यिकी और सामाजिक-आर्थिक अंतर्संबंध" नामक एक पुस्तक का भी शुभारंभ किया।
इस अवसर पर पवार ने जनसंख्या के बारे में अधिक चर्चा और जागरूकता की आवश्यकता के बारे में कहा। क्योंकि एक अनुमान के अनुसार, भारत वर्ष 2027 तक सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने की ओर अग्रसर है, जो कि एक बहुत ही चिंतनीय विषय है।
डॉ पवार ने अच्छी जनसंख्या नीति के द्वारा ही हम जनसंख्या को स्थिर कर सकने में सफल होंगे और इसके लिए मैक्रो और माइक्रो दोनों दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी को स्वच्छ ईंधन, घर, स्वच्छ पानी और स्वास्थ्य देखभाल मिले। यह बताते हुए कि सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण और पहुंच में जनसंख्या का अनुमान कैसे महत्वपूर्ण है, उन्होंने समकालीन मुद्दों पर शोध करने में जनसंख्या अनुसंधान केंद्र (पीआरसी) की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
डॉ पवार ने जोर देकर कहा कि जनसंख्या घड़ी सभी के लिए फायदेमंद होगी क्योंकि यह पूरे देश की आबादी का एक इंटरैक्टिव और त्वरित अवलोकन प्रदान करती है। उसने कहा कि जनसंख्या घड़ी भारत की जनसंख्या का मिनट दर मिनट अनुमान लगायेगी। यह कुल प्रजनन दर, शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर के बारे में डेटा प्राप्त करने में भी मदद करेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह घड़ी अनुसंधान में इसके महत्व के अलावा युवा पीढ़ी में जागरूकता पैदा करने में भी सक्षम होगी।