गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार का एक्शन प्लान तैयार
मुख्यमंत्री योगी ने ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट के फॉर्मूला को गांवों में भी किया लागू
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शहरों के बाद अब गांवों को तेज़ी से अपनी चपेट में ले रही है। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। इन दिनों प्रदेश के हर जिलों में नदियों में उतराते और रेती में दफनाए गए शव ख़ुद सब कुछ बयां कर रहे हैं। गांवों में पहले से ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की कारगर व्यवस्था न होने से हालात खराब होते जा रहे हैं। गांवों को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन की नींद देर से खुली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहरी इलाकों के साथ खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में इस अभियान को पूरी तत्परता से संचालित करने का निर्देश दिया है।
कोरोना वायरस संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन के शहरों में तेजी से पांव पसारने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट के जिस फॉर्मूला पर काम किया था, उसी को गांवों में भी लागू कर दिया है। गांवों में संक्रमण काफी तेजी से बढऩे के बाद सरकार ने लोगों को तेजी से ट्रैक कर उनका टेस्ट शुरू कर दिया है। सरकार को भी भरोसा है कि ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट ही कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने और उससे लडऩे का एकमात्र प्रभावी तरीका है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
गांव के लोगों को भी कोरोना संक्रमण काल में भी समुचित इलाज का इंतजाम उनके करीब ही करने के भी इंतजाम ने गति पकड़ ली है। सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि ग्रामीण इलाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य को कोविड अस्पताल में तब्दील किया जाए।