आईआईटी बॉम्बे ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित अनुवाद 'प्रोजेक्ट उड़ान' किया लांच

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प्रोजेक्ट उड़ान एक ऐसी परियोजना है जो एंड-टू-एंड इकोसिस्टम के साथ भाषा को अनुवाद करने में मदद करता है। यह सॉफ्टवेयर पाठ्यपुस्तकों और अन्य सामग्री का अनुवाद कर सकता है।
14 सितंबर 2021 हिन्दी दिवस के अवसर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-बॉम्बे (IIT-B) के एक प्रोफेसर और उनकी टीम ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सॉफ्टवेयर इकोसिस्टम लॉन्च किया है जो वैज्ञानिक और तकनीकी सामग्री को अंग्रेजी से हिंदी और कई अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद करता है।
आईआईटी बॉम्बे
मंगलवार को एक वर्चुअल इवेंट में लॉन्च किया गया यह सॉफ्टवेयर-प्रोजेक्ट उड़ान, इंजीनियरिंग पाठ्यपुस्तकों और सीखने की सामग्री का एक-छठे समय में अनुवाद कर सकता है, जो डोमेन और भाषा विशेषज्ञों की एक टीम को मैन्युअल रूप से काम करने में लगेगा।
कंप्यूटर विज्ञान विभाग के आईआईटी-बी के अध्यक्ष प्रोफेसर गणेश रामकृष्णन ने कहा, "भारतीय संविधान में भाषाई अल्पसंख्यकों के बच्चों को शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रत्येक राज्य और स्थानीय प्राधिकरण की आवश्यकता है।"
प्रोजेक्ट उड़ान' अंग्रेजी के अलावा अन्य कई भाषाओं में वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दों का अनुवाद करने में मदद करेगा और इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों की मदद कर सकता है।
प्रोजेक्ट उड़ान एक दान-आधारित परियोजना है। रामकृष्ण ने कहा कि हमने एक बहुत ही मजबूत द्विभाषी ओसीआर (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन) तकनीक और कई पोस्ट-एडिटिंग टूल्स विकसित किए हैं जिनके द्वारा अब हमारे पास मशीन-पठनीय प्रारूप में डिजिटल द्विभाषी शब्दकोशों तक पहुंच है। इसलिए हम अंग्रेजी शब्दों के लिप्यंतरण के बजाय हिंदी में उपलब्ध उपयुक्त वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दों का उपयोग करने में सक्षम हैं।
प्रोजेक्ट उड़ान’ का मुख्य उद्देश्य, उच्च शिक्षा के संस्थानों में शामिल होने के दौरान कई छात्रों द्वारा सामना की जाने वाली भाषा की बाधा को खत्म करना है। IIT-B टीम का लक्ष्य एक वर्ष में 500 इंजीनियरिंग ग्रंथों का हिंदी में और तीन वर्षों में 15 भारतीय भाषाओं में अनुवाद करना है।