ट्विटर की पब्लिक पॉलिसी निदेशक ने दिया इस्तीफा
भारत में ट्विटर की पब्लिक पॉलिसी निदेशक महिमा कौल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जहां वो साल 2015 से माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर संभाल रही थी. जी हां इतने लंबे समय से भूमिका देने के बाद उन्होंने अपना त्याग पत्र दे दिया है. इससे ज्यादातर लोग हैरान है कि आखिर क्या वजह है जिसकी वजह से उन्होंने त्याग पत्र दिया है. इस विषय पर ट्विटर का कहना है कि महिमा कौल अपनी निजी जिंदगी पर अब फोकस करना चाहती हैं. लेकिन हाल ही में सरकार के साथ ट्विटर के टकराव को भी कहीं ना कहीं महिमा के इस्तीफे से जोड़कर देखा जा रहा है.
दरअसल वहीं पिछले सप्ताह ही सरकार ने ट्विटर से नियमों को तोड़ने को लेकर जवाब मांगा था और सप्ताह के अंत तक महिमा ने इस्तीफा दे दिया. ये भी सबसे बड़ी वजह सामने आ रही है. फिलहाल महिमा कौल मार्च के अंत तक अपनी जिम्मेदारी संभालती रहेंगी और कार्य परिवर्तन में मदद करेंगी.
गौरतलब है कि महिमा के इस्तीफे की जानकारी ऐसे समय सुनने को मिल रही है, जब किसान आंदोलन के दौरान विदेशी हस्तियों के ट्वीट को लेकर भारत में तूफान मचा हुआ है. वहीं केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते ट्विटर पर गुस्सा करते हुए पत्र लिखा था. इसमें कहा गया था कि ट्विटर अकाउंट से फर्जी, दहशत फैलाने वाले और भड़काऊ ट्वीट किए गए थे. ट्विटर ने सरकार के आदेश का पालन नहीं किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया कंपनी खुद को कोर्ट मानकर किसी आदेश की अवहेलना नहीं कर सकती. ट्विटर को लोक व्यवस्था को बिगाड़ने वाले भड़काऊ कंटेंट को रोकने के लिए सरकारी एजेंसियों के दिशानिर्देशों का पालन करना ही होगा नहीं तो इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. इसके साथ ही 1178 पाक-खालिस्तानी अकाउंट को हटाने की मांग की गई है.
इसके अलावा अब भारत सरकार ने ट्विटर को 'किसानों के नरसंहार' हैशटैग को बैन न करने पर नोटिस जारी किया है. यह नोटिस इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भेजा है, जिसमें हिंसा फैलाने की वकालत करने वाले 250 खातों को बंद करने या कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी भी दी गई है.
वहीं ट्विटर को महिमा कौल के इस्तीफे से ट्विटर को बहुत ही बड़ा झटका लगा है. लोगों ने ट्विटर पर हेस्टैक के साथ लिखा है # don't go Mahima