शहरीकरण के कारण प्रदूषण की समस्या

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शहरीकरण के कारण प्रदूषण की समस्या

आज के समय में प्रदूषण एक बहुत बड़ी समस्या बन चुका है|  दिन - प्रतिदिन बिगड़ता पर्यावरण इंसानो के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है| पर्यावरण में किसी भी प्रकार के हानिकारक पदार्थ के मिश्रण को प्रदूषण कहा जाता है| वातावरण में प्रदूषण कई प्रकार से फैलता है परन्तु इसका मुख्य कारण शहरीकरण है | जैसे-जैसे उद्योगों की स्थापना होती जा रही है वैसे-वैसे प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है | वास्तविकता तो यह है कि खूबसूरत पहाड़, घाटियों, हिल स्टेशन, और जंगल शहरीकरण के कारण काफी मात्रा में प्रभावित हो चुके हैं| प्रदूषण फ़ैलाने के लिए सबसे ज़्यादा ज़िम्मेदार इंसान है जो अपनी सुविधाओं के लिए प्रकृति को तबाह कर रहा है| इंसान की ज़रूरतें दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं और उन् ज़रूरतों को पूरा करने के लिए वह धरती की खूबसूरती का विनाश कर रहा है| पैडों को अपने निजी उपयोग के लिए काटा जा रहा है, नदियां और झीलों को दूषित किया जा रहा है और प्राकर्तिक भण्डार का दुरूपयोग किया जा रहा है| शहरी क्षेत्रों में यह समस्या गंभीर है क्यूंकि, यहां हरियाली कम है और प्रदूषण का स्तर बहुत ज़्यादा है, जिसके कारण इन क्षेत्रों के बहुत लोगो ने अपनी जान खोई है|  हर साल शहरी क्षेत्र में प्रदूषण के कारण सांस न आने की वजह से हज़ारों लोग प्रदूषण के कारण अपनी जान खोते हैं| 

प्रदूषण हमारे स्वास्थ के लिए हानिकारक होता है छाए वो कोई भी प्रदूषण हो| वायु प्रदूषण के कारन वायु में उपस्थित सूक्ष्म स्तर के कण होते हैं जो हमारे फेफड़ों को चोक कर सकते हैं और श्वास प्रणाली को हानि पहुंचा सकते हैं|