संभल हिंसा: पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और मोहन भागवत का कनेक्शन

: मस्जिद के नीचे मंदिर की खोज की सच्चाई
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jama masid
संभल में हुई हिंसा के पीछे क्या है पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और RSS प्रमुख मोहन भागवत का कनेक्शन? क्या वाकई हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग खोजना सही है?

संभल में हुई हिंसा की घटना ने देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है, जहां मस्जिद के नीचे मंदिर की खोज को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ। इस पूरे मामले में पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और RSS प्रमुख मोहन भागवत का नाम आया है। आइए जानते हैं कि इस हिंसा का इनके साथ क्या कनेक्शन है और क्यों मोहन भागवत ने हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग खोजने की बात को गलत बताया है।

संभल हिंसा का कनेक्शन:

संभल में हुई हिंसा की घटना के बाद से, कई X उपयोगकर्ताओं ने पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के फैसलों को इस घटना से जोड़ा है। हालांकि, सीधे तौर पर कोई ठोस सबूत नहीं है जो चंद्रचूड़ के फैसलों को इस हिंसा से जोड़ता हो, परंतु उनके कुछ फैसलों और बयानों को इस विवाद में खींचा गया है। चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण फैसले दिए हैं, जिनमें से एक प्रमुख फैसला पूजा स्थल अधिनियम, 1991 के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इससे पूजा स्थल अधिनियम का उल्लंघन नहीं होगा। इस फैसले को कुछ लोगों ने संभल की घटना से जोड़कर देखा है। 


मोहन भागवत का बयान:

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग खोजना गलत है। उनका यह बयान उस समय आया जब देश में मंदिर-मस