कोविड - 19 और क्लोथिंग इंडस्ट्री
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फैशन एक ऐसी चीज़ हैं; को सबको पसंद है हि। सब अपने - अपने तरीकों से और तो कई ट्रेंड के अनुसार अपनी फैशन करता हैं। और फैशन मे पहली चीज़ तो आते है वो कपड़े। हमारी फैशन हमने किस तरह से कब वह कपड़े पहने हैं; उस पर अवलंब होती हैं और क्या पहना है उसपर अवलंब हैं। और इस समय मेरे हिसाब से तो सभी को क्लोथिंग फैशन के बारे में ज्ञान होगा ही। लड़के हो या लड़की सभी को कॉल्थिंग फैशन और उसकी खरीदारी करने बहुत ही मजा आता होगा। परंतु एक दिन यह सब अचानक रुक जाए तो क्या होता। मार्च 2020 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया और देशभर के सभी दुकानों, बड़े बड़े मॉल्स को ताला लग गया। सिर्फ हमे जिस वस्तुओं की हर रोज जरूरत रहती है सिर्फ उसकी दुकानों के गेट खुले थे। और इस लॉकडाउन का फटका कोल्थिंग इंडस्ट्री को भी लगा।
कोविड - 19 लॉकडाउन के वजह से सभी सेक्टर को कई कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ा। और उसमें क्लोथिंग इंडस्ट्री को भी। भारत में भी अन्य देशों से नए - नए कपड़ों की आयत होती हैं। परंतु लॉकडाउन के वजह से वह भी बंद हुआ। फंशन इंडस्ट्री को भी बहुत नुकसान हुआ। लॉकडाउन में कई शादियां भी रद्द हुई। और जिनकी शादी हुई उन्होंने सरल - साधे कपड़ों से शादी कर ली। क्योंकि मॉल्स, दुकानें अन्य शॉपिंग सेंटर बंद होने के वजह से खरीदारी करने का कोई मौका नहीं था। भारत भर से सबसे और जिस स्ट्रीट शॉपिंग के मामले में कई शॉपिंग और क्लोथिंग सेंटर हैं; उन्हें भी इस लॉकडाउन का सामना करना पड़ा। और इस लॉकडाउन का असर ऑनलाइन शॉपिंग ऐप्स पर भी भी। लॉकडाउन होने के कारण कई शॉपिंग मॉल और कपड़ों की दुकानें भी बंद थी। दुकानें बंद रहने के कारण कई कपड़ों की खराबी भी हुई और कई कपड़े पहनने लायक नहीं रहे। कईओं की तो नौकरी चली गई। कपड़े सिलाने वाले टेलर्स की भी दुकानें बंद थी इसलिए कई मजदूरों को गांव जाना पड़ा।
लॉकडाउन का असर अन्य देशों में भी बहुत हुआ। कई देशों के भी क्लोथिंग इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा। ज्यादा तर अन्य देशों से भी कपड़ों की ऑनलाइन खरीदारी की जाती है, परंतु लॉकडाउन केभाजाह से वह नहीं बंद था। क्लोथिंग ऐप्स भी डिलीवरी देने तैयार नहीं थे। और इसमें मजदूरों के कमाई में भी घट हुई। जैसे - जैसे लॉकडाउन खुला हुआ, वैस - वैसे कई शॉपिंग स्ट्रीट खुली हुई; परंतु कोरोनावायरस के दर से कई लोग खरीदारी करने डर रहे थें। और अन्य कई मॉल्स भी खले नहीं हुए थे। और लॉकडाउन के दौरान नए कपड़े न आने के कारण दुकानों मे भी इतनी खरीदारी नहीं होती थी।
लॉकडाउन खुला होने के बाद सरकार ने कई नियम और अटियोंका ऐलान किया। उसकी नियमों का पालन करते हुए सभी शॉपिंग करने बाहर निकाल गए। सरकार ने उत्तम समय में लॉकडाउन खुला करने के बाद शॉपिंग की सभी दुकानें और मॉल्स और अन्य शॉपिंग स्ट्रीट्स भी खुले हुए। और तभी सभी जगह नए - नए पैटर्न और नए कपड़े आने की शुरुआत हुई। जल्द ही अन्य देशों के भी कपड़ों की आयात शुरू होगी। छोटे - चोट दुकानों में भी कपड़ों का व्यवसाय शुरू हुआ और अभ धीरे - धीरे क्लोथिंग इंडस्ट्री पहले जैसे होने की आशा हैं।