दिल्ली में चीन से फैली Pneumonia की 7 मामले, एम्स में आई चिंता

लैंसेट माइक्रो रिपोर्ट: दिल्ली एम्स में चीन से आए Pneumonia के मामले

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  • पीसीआर परीक्षण ने स्पष्ट किया कि एम्स में 7 मामले मिले जो चीन से आए Pneumonia से संबंधित हैं।
  • PCR और IGIM Elisa टेस्टिंग का पॉजिटिव रेट 3% और 16% रहा है, इसका मतलब एक चिंता की जरूरत है।
  • चीन में फैली एम. निमोनिया के बढ़ते मामलों की सामाजिक निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है।

लैंसेट माइक्रो में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली एम्स में चीन से फैली Pneumonia के 7 मामले सामने आए हैं। ये मामले संक्रमण के प्रारंभिक चरण में किए गए पीसीआर परीक्षण और छह मामलों के लिए आईजीएम एलिसा परीक्षण के माध्यम से पहचाने गए थे, जिन्हें आगे के चरणों में भी पुनरावलोकन किया जा सकता है।

इस साल के दौरान हुए इन मामलों का पता लगाने के बाद एम्स ने शोध किया और बैक्टीरिया माइकोप्लाज्मा निमोनिया के संबंध में जानकारी हासिल की है।

रिपोर्ट के अनुसार, PCR और IGIM Elisa टेस्ट का पॉजिटिविटी रेट 3 और 16% रहा है। यह जानकारी सुझाती है कि इन मामलों में संभावित चिंता हो सकती है और इसे गंभीरता से लेकर देखा जा रहा है।

दिल्ली एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पूर्व प्रमुख और कंसोर्टियम के सदस्य डॉ. राम चौधरी ने बताया कि माना जाता है कि सामुदायिक निमोनिया के 15-20% मामले एम निमोनिया के कारण होते हैं। डॉ. चौधरी ने इस वायरस से होने वाले निमोनिया को हल्का बताया है, जिसे वह 'चोकिंग निमोनिया' भी कहते हैं, लेकिन उन्होंने इसे गंभीर भी हो सकता है यह भी बताया।

इस बढ़ते हुए स्वास्थ्य जोखिम को देखते हुए डॉ. चौधरी ने भारत में माइकोप्लाज्मा निमोनिया के मामले खोजने के लिए निगरानी बढ़ा