पुदीना पत्ती खाने के फायदे

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पुदीना पत्ती खाने के फायदे

   भारत में पुदीना औषधि के रुप में भी जाना जाता है। यह एक औषधीय पौधा है और इसके कई फायदे हैं। पुदीना न केवल खाना पकाने में, बल्कि पाचन में सुधार, वज़न कम करने, मतली, अवसाद, थकान और सिरदर्द से राहत दिलाने में भी प्रयोग किया जाता है। पुदीने की पत्तियों के भी कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह अस्थमा, स्मृति हानि और त्वचा की देखभाल में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

 

   पुदीने का पौधे की कई प्रजातियां होती हैं, लेकिन औषधि और आहार के लिए मेंथा स्पीक्टा लिन्न( Mentha spicata Linn.) का ही प्रयोग किया जाता है। इस पुदीने को पहाड़ी पुदीना भी कहा जाता है; क्योंकि यह पहाड़ी इलाके में अधिक होता है। आयुर्वेद के अनुसार, पुदीना (dried mint) कफ और वात दोष को कम करता है, भूख बढ़ाता है। आप पुदीने का प्रयोग मल-मूत्र संबंधित बीमारियां और शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए भी कर सकते हैं

 
  •  पेट की गर्मी को कम करने के लिए पुदीने का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा यह पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से निजात दिलाने में भी फायदेमंद होता है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।

 
  • जो लोग 2 दिन तक बाहर रहते हैं उन्हें पैरों के तलवों में जलन की शिकायत होती है। ऐसे में पुदीने को फ्रिज में रखे ठंडा होने पर पीसकर पैरों के तलवों पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है। इससे पैरों की गर्मी भी कम होगी।

 
  •  पुदीने और अदरक के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर चाटने से खांसी ठीक हो जाती है।

 
  •  पुदीने की पत्तियों को लगाने से त्वचा के कई रोग दूर हो जाते हैं। यह घाव भरने के लिए भी एक बेहतरीन इलाज है।

 
  •  पुदीने के नियमित रूप से सेवन आपको पीलिया जैसी बीमारियों से बचाता है। साथ ही पुदीने का उपयोग मूत्र मार्ग के रोगों के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। पुदीने की पत्तियां

विभाजित पानी और नींबू का रस पीने से शरीर की आंतरिक सफाई में मदद मिलती है।