चरणस्पर्श करने के फायदे
हम जब भी किसी बङे से मिलते हैं, तो उनके चरणस्पर्श करते हैं और यही संस्कार अपने बच्चों और आनेवाली पीढियों को सिखाते हैं कि वे चरण स्पर्श करें और बङों का आदर करें और उनका आशीर्वाद लें।
वैज्ञानिकों द्वारा कही गई इसमें दो प्रकार से ऊर्जा का प्रवाह होता है। बङों के पैरों से होकर छोटे के हाथों तक या फिर छोटे से होकर बङे के पैरों तक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
हम भारतीयों में चरण स्पर्श करना संस्कृति और सभ्यता का प्रमाण है। जिसे भारतीय बखुबी निभाते हैं।
हिंदू मान्यता के अनुसार- हम जब भी किसी बङे से मिलते हैं, तो उनके चरणस्पर्श करते हैं और यही संस्कार अपने बच्चों और आनेवाली पीढियों को सिखाते हैं कि वे चरण स्पर्श करें और बङों का आदर करें और उनका आशीर्वाद लें।
वैज्ञानिकों के तर्क के अनुसार- "मस्तिष्क से निकलनेवाली उर्जा हाथों और सामनेवाले के पैरों से होते हुए चक्र पूरा करती है। इसको कास्मिक एनर्जी का प्रवाह कहते हैं। वैज्ञानिकों द्वारा कही गई इसमें दो प्रकार से ऊर्जा का प्रवाह होता है। बङों के पैरों से होकर छोटे के हाथों तक या फिर छोटे से होकर बङे के पैरों तक ऊर्जा का प्रवाह होता है।"
ऐसा कहा जाता है कि यदि हम किसी ज्ञानी, बुद्धिमान और महापुरूषों के चरण स्पर्श करते हैं तो उनके सारे गुण हमारे अंदर प्रवेश कर जाते हैं, इसके विपरीत बूरे और अवगुणी व्यक्ति के चरण स्पर्श करते हैं, तो उनके अवगुण हमारे अंदर प्रवेश कर जाते हैं।