मजदूरी करनेवाले रेसलर को 2.5 लाख की आर्थिक मदद

रेसरल सन्नी जाधव मध्यप्रदेश के रहनेवाले हैं। गरीबी एक दयनीय मानवीय स्थिति है, जो हमारे जीवन में दुख-दर्द और निराशा देती है। ऐसे ही सन्नी जाधव आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। इन्होंने प्रदेश के लिए कई बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है। इनकी दयनीय स्थिति इतनी खराब हो गई कि इन्हें घर चलाने के लिए मजदूरी तक करना पङा, लेकिन इन्होंने हार नहीं मानी। उनकी इस स्थिति को देखते हुए भारतीय खेल प्राधिकरण यसएआई ने ढाई लाख रूपये की आर्थिक मदद दी है। सन्नी को पंडित दिनदयाल उपाध्याय नेशनल वेलफेअर फंड फोर स्पोर्टस पर्सन की तरह यह राशि दी जा रही है। उन्होंने मजदूरी करते हुए सात नेशनल मेडल जीते हैं। कई बार चैंपीयन बने हैं।
2018 में उन्होंने अंडर-23 में सिल्वर मेडल जीता था। मंत्रालय के बयान के अनुसार 2017 में इनकी पिता की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे जाधव की आर्थिक स्थिति बिगङती गई।