कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ का फंड
कोरोना वायरस जानलेवा विषाणु के वजह से पिछले साल यानी कि मार्च 2020 से भारत में पूरे लॉकडाउन का ऐलान किया। तब कंपनीयों से लेके विद्यालयों को भी ताला लगाया था। कोरोना रोगीयों की संख्या तब लगभग बढ़ती हि जा रही थी। कित्येक लोगों ने अपनी जान गवाई। तब अपनी देश की इकनॉमी पे असर हुआ था। तभी भी हमने हर नहीं मानी थी और आज भी हमें सभी सुरक्षा के साथ कोरोनावायरस का सामना कर रहे हैं ।
इस साल बजेट 2021 - 22 के सत्र में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वैक्सीन के फंड का ऐलान किया। कोरोना वैक्सीन के विकास के लिए 35,000 करोड़ रूपये के भारी भरकम फंड उन्होंने ऐलान किया हैं। जबकी यह एक अत्यंत बड़ी बात हैं। और देश में 2 और वैक्सीन आने की उन्होंने घोषणा की। हम धीरे - धीरे कोरोनावायरस को हरा रहे हैं; वैक्सीन के सहारे और जिस तरह हम अपना और दूसरों का खयाल रखते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के सभी वैद्यानिकों को बहुत बधाई देकर इस वैक्सीन को लॉन्च करने में कामयाब रहे हैं। कोरोनावायरस से लड़ने के किए वैक्सीन के लिए 35 हजार रूपये दिए गये, और यदि आपको और जरूरत पड़ी तो सरकार इस फंड में और पैसे देने के लिए तैयार हुई हैं। अब कोरोनावायरस के वैक्सीन की बात आती तो आपको सवाल आया होगा कि पहले टीकाकरण कौन करेगा। तो बजेट 21 - 22 में बताए गए मुद्दों में यह भी ऐलान किया की, पहले चरण में टीकाकरण चरण में पहले लगभग 3 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना हेल्थवर्कर और दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर को मुक्त में कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। और यह एक अच्छी बात हैं। कोरोना लॉकडाउन के समय हम सभी घर में थे, सुरक्षित परंतु अपने जान पर खेलकर स्वास्थ्यकर्मियों, हेल्थवर्कर और फ्रंटलाइन आदि ने उसपर बाज़ी मारी हैं। बजेट में बताए गए मुद्दों के अनुसार अबतक लगभग 35 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई हैं। और आज के घड़ी में कोरोना रोगियों की मौत को संख्या के घट में घट हो रही हैं।