उत्तराखंड में तीसरी लहर की आशंका, 500 से ज्यादा  बच्चे हुए संक्रमित

बच्चों में बीमारी से लड़ने की क्षमता ज़्यादा

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उत्तराखंड में तीसरी लहर की आशंका, 500 से ज्यादा बच्चे हुए संक्रमित

कोरोना की दूसरी लहर के बीच उत्तराखंड में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। वहीं दूसरी ओर बच्चों के लिए ख़तरनाक मानी जा रही कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच यहां से राहत भरी खबर भी सामने आ रही है। उत्तराखंड के बच्चे कोरोना का डटकर सामना कर रहे हैं और उसे मात देकर स्वस्थ्य होकर घर लौट रहे हैं। अब तक अस्पतालों में भर्ती कराए गए 554 बच्चों में से केवल दो ही जिंदगी की जंग हारे। शेष बच्चों ने कोरोना को मात दे दी। 

राज्य में बड़ी संख्या में बच्चों के संक्रमित होने के बाद सरकार कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज़ के लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तय करने जा रही है। मंगलवार को एनएचबी चिकित्सा विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्रा की अध्यक्षता में एक्सपर्ट कमेटी और वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञों की बैठक हुई। इस दौरान बच्चों के इलाज, आवश्यक सुविधाओं की ज़रूरत सही कई मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रो. हेमचंद्रा ने बताया कि इस संदर्भ में अभी चर्चा चल रही है। जल्द दिशा निर्देश तय कर सरकार को दिए जाएंगे। 

दून अस्पताल के बाल रोग विभाग के एचओडी डा. अशोक कुमार ने बताया कि बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता ज्यादा होती है। मां का दूध भी बच्चों को इसमें मदद करता है। समय पर बच्चों को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उन्हें बचाना आसान हो जाता है। 

प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना का कहना है कि प्रदेश में 20 साल से नीचे की उम्र में संक्रमण दर 12 फीसदी से कम है। राज्य में काफी संख्या में बच्चे भी कोरोना संक्रमित हुए है, लेकिन बच्चों की संख्या अलग से जोड़ी नहीं गई है। बच्चों की मौत के मामले नगण्य हैं।