बीजेपी ने टीएमसी पर जमकर हमला बोला, कहा देश के गद्दारों को गोली मारो
 

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बीजेपी ने टीएमसी पर जमकर हमला बोला, कहा देश के गद्दारों को गोली मारो

 चुनावी माहौल में पश्चिम बंगाल में राजनीतिक दल अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. वहीं ऐसे ऐसे शब्दों को इस्तेमाल कर रहे हैं जो गलत है. ठीक  ऐसा ही कुछ मंगलवार को टीएमसी की रैली में कार्यकर्ताओं ने विवादित नारेबाजी करके किया. आज बुधवार को बीजेपी की रैली में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विवादित नारेबाजी की. ये नारेबाजी टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी की रैली में लगी. कार्यकर्ताओं ने देश के गद्दारों को गोली मारो के नारे लगाए. 

दरअसल मामला ये है कि पश्चिम बंगाल में चुनावी घमासान के बीच हर पार्टी अपने को अच्छा दिखाने में लगी है और एक दूसरे पर आरोप लगा रही है. वैसे कई टीएमसी में अधिकारी बीजेपी मे शामिल हो गए हैं. उन्ही में से एक शुभेंदु अधिकारी हैं. उनके ही रोड शो में आपा खोते हुए विवादित बयान दिए गए. जिसके बाद से ही बुरी तरह से घिरते नजर आ रहें हैं.

 बता दें कि, बुधवार को हुगली की रैली में शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि नंदीग्राम से जो भी बीजेपी के टिकट पर लगेगा वो उसकी जीत की जिम्मेदारी लेते हैं. उन्होंने कहा, "मैं बीजेपी के टिकट पर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने वालों की जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेता हूं.

 दीदी (ममता बनर्जी) ने 62,000 वोटों पर भरोसा करते हुए वहां से चुनाव लड़ने की घोषणा की, लेकिन मेरे पास 2.13 लाख लोग हैं जो 'जय श्री राम' का उद्घोष करते हैं. एक रैली में टीएमसी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने कहा - 'जय श्री राम नहीं चलेगा'. चुनावों में, नंदीग्राम के लोग उन्हें करारा जवाब देने को तैयार हैं.

गौरतलब है कि, टीएमसी ने खुद गोली मारो वाले नारे से अलग कर लिया और यह नारा लगाने वाले र्कायकर्ताओं को फटकार लगाई. तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी इसका समर्थन नहीं करती. उन्होंने कहा कि कुछ युवकों ने जोश में आकर ऐसी नारेबाजी कर दी थी. उन्होंने कहा, ‘‘ रैली में ऐसा नारा नहीं लगना चाहिए था. ऐसी नारेबाजी करने वालों ने ठीक नहीं किया. ‘गोली मारो’ शब्दों को शब्दश: नहीं लेना चाहिए.’’ तृणमूल के कई समर्थकों ने मंगलवार को दक्षिण कोलकाता में एक शांति रैली के दौरान विवादास्पद नारेबाजी की थी, जिसमें राज्य के दो मंत्री शामिल हुए थे.

वहीं चुनावी मौसम में जुबानी जंग तेज हो जाती है. फिर उन्हें समझ नहीं आता क्या सही है और क्या ग़लत बस पार्टीयां अपने को अच्छा दिखाने में लगी रहती है. दूसरी पार्टीयों की गलतियां निकालती हैं.