12 राज्यों में ब्लैक फंगस का ख़तरा बढ़ा

कोरोना महामारी के घटते केसों के बीच अब ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस केन्द्र के लिए बड़ी चिंता बन गया है। केन्द्र ने सभी राज्यों को खत लिख कर ब्लैक फंगस के लिए अलर्ट किया है। केंद्र ने कहा है कि सभी राज्य इसे महामारी एक्ट के तहत नोटेबल डिज़ीज़ घोषित करें। इसके तहत राज्यों को ब्लैक फंगस के केस, उससे हुई मौतें, इलाज और दवाओं का हिसाब रखना होगा। राजस्थान, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु ब्लैक फंगस को पहले ही महामारी घोषित कर चुके हैं। दिल्ली में भी इसके मरीजों के इलाज के लिए अलग से सेंटर बनाए जा रहे हैं।
ब्लैक फंगस के लक्षण
नाक से खून आना या फिर काला सा कुछ पदार्थ निकलना। नाक बंद होना, सिर दर्द होना या फिर आंखों में जलन और दर्द होना। आंखों के आस-पास सूजन होना, डबल विजन, आंखें लाल होना, आंखें बंद करने में परेशानी होना, आंखें खोलने में दिक्कत होना इसके प्रमुख लक्षण है। दांतो में दर्द हो, चबाने में कष्ट हो या उल्टी और खांसने में खून आए।
ऐसे में क्या करें
तुरंत किसी नाक व गला रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।नियमित इलाज कराएं और उसका फोलोअप लें। डायबिटीज़ के मरीज़ हैं तो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का प्रयास करें और उसकी मॉनिटरिंग करते रहें। अन्य गंभीर बीमारी के भी शिकार है तो लगातार दवाएं लें। डॉक्टर से संपर्क में रहें। स्टेरायड की दवा ख़ुद से ना लें।
केंद्र के सुझाव
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ब्लैक फंगस इंफेक्शन के केस बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं। ये खासतौर से उन मरीजों में दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें स्टेरायड थैरेपी दी गई है और जिनका शुगर लेवल अनियंत्रित है।
ब्लैक फंगस को महामारी एक्ट 1897 के तहत नोटेबल डिज़ीज़ घोषित की जाए। सभी मामलों की रिपोर्ट जिला स्तर के चीफ मेडिकल ऑफिसर और इनटीग्रेटेड डिज़ीज़ सर्विलांस प्रोग्राम सिस्टम मे भी जानकारी दी जाए।