लोकतंत्र में सवाल पूछना पर लगाया गया गुनाह: विपक्षी सांसदों को संसद सत्र से बाहर किया गया

सुरक्षा पर सवाल पूछने पर विपक्षी सांसदों को संसद सत्र के शेष भाग के लिए निलंबित करने का निर्णय

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  1. लोकतंत्र में सुरक्षा पर सवाल पूछने पर विपक्षी सांसदों को संसद सत्र से बाहर किया गया.
  2. सांसदों का निलंबन "अनुकंपी आचरण" के लिए किया गया, जिन्होंने सत्र में "असहमति जताई" थी.
  3. संसद में हुए "अनरूखी आचरण" के आरोपों के बाद हुआ निलंबन निर्णय.

नई दिल्ली: लोकतंत्र के मंच पर सवाल पूछने पर विपक्षी सांसदों को संसद सत्र से बाहर करने का निर्णय लिया गया है। सुरक्षा पर सवाल पूछने वाले विपक्षी सांसदों में से बेनी बहनान, वी.के. श्रीकंदन, मोहम्मद जावेद, पी.आर. नटराजन, कनिमोझी करुणानिधि, के. सुब्रह्मण्यम, एस.आर. पार्थिबन, एस. वेंकटेसन, और मणिकम टागोर को सत्र के शेष भाग के लिए संसद से निलंबित किया गया है।


इस निलंबन का निर्णय "अनुकंपी आचरण" के आरोपों के चलते लिया गया है, जिन्होंने सत्र के दौरान "असहमति जताई" थीं और संसद में "अनरूखी आचरण" करने के आरोपों का सामना किया गया।

इसके पहले भी सत्र में कई बार विपक्षी सांसदों के बीच हुए हंगामे के चलते सत्र में अधूरी कई मुद्दे रह गए थे, जिसका परिणामस्वरूप उन्हें सत्र से निलंबित किया गया है।

सत्र में हुए इस असहमति के बाद विपक्षी सांसदों को सत्र से निकाला जाना विपक्षी दलों के बीच तनाव को बढ़ा सकता है और सरकार और विपक्ष के बीच संवाद में रुकाव पैदा हो सकता है।