बजट सत्र: वित्त मंत्री निर्मला ने कहा- मुश्किल वक्त में है ग्लोबल इकॉनोमी

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपना तीसरा बजट पेश कर रही हैं. कोरोना काल में पेश होने वाला यह पहला बजट है जो पूरी तरह से पेपरलेस होगा. बजट इतिहास में पहली बार बजट कागज नहीं छापने का फैसला किया गया है. यह बजट किसान आंदोलन के बीच पेश हो रहा है, इसलिए संसद के बजट सत्र में किसानों का मुद्दा छाए रहने की उम्मीद है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में आम बजट को पेश कर रही हैं. इस दौरान विपक्ष के सांसदों द्वारा लगातार नारेबाजी भी की जा रही है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि पिछला साल देश के लिए काफी मुश्किलों भरा रहा, ऐसे में ये बजट ऐसे वक्त में आ रहा है जब काफी संकट है. कोरोना काल के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गरीबों को गैस, राशन की व्यवस्था दी गई.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बार का बजट डिजिटल बजट है, ये ऐसे वक्त में आ रहा है जब देश की जीडीपी लगातार दो बार माइनस में गई है, लेकिन ये ग्लोबल इकोनमी के साथ ऐसा ही हुआ है. साल 2021 ऐतिहासिक साल होने जा रहा है, जिसपर देश की नजर है. मुश्किल के इस वक्त में भी मोदी सरकार का फोकस किसानों की आय दोगुनी करने, विकास की रफ्तार को बढ़ाने और आम लोगों को सहायता पहुंचाने पर है.