आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्त्वपूर्ण योजनाएं

 दो सरकारी कंपनी और एक निजी बीमा कंपनी का विनिवेश भी किया जाएगा। मेगा-इनवेस्टमेंट में टेक्सटाईल पार्क बनाने की योजना है।
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आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्त्वपूर्ण योजनाएं
आत्मनिर्भर भारत के लिए किया जानेवाला यह कार्यरत बजट योजना जनकल्याण के हित में है।
 

130 करोङ लोगों का सपना है कि हमारा भारत आत्म-निर्भर भारत बनें, इसलिए कोविड वैक्सीन के लिए 35 हजार करोङ का बजट बनाया गया है। कोविड-19 की आपदा को ध्यान में रखते हुए 100 देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी, ताकि सभी देश इस महामारी से उभर सकें। बीमा सेक्टर में 74 प्रतिशत का निवेश किया जाएगा।  दो सरकारी कंपनी और एक निजी बीमा कंपनी का विनिवेश भी किया जाएगा। मेगा-इनवेस्टमेंट में टेक्सटाईल पार्क बनाने की योजना है। देश में मेट्रोलाईट और मेट्रोनियों नाम की  दो तरह की मेट्रो सेवा शुरू होगी, जिसका विकास के क्षेत्र में अहम भूमिका होगी। ट्रेनों को बिजली के द्वारा चलाने की योजना बनाई जा रही है। रोजगार योजना के अंतर्गत 1.5 लाख युवाओं को नौकरियां दी जाएगी।

ग्लोबलाईजेशन को ध्यान में रखते हुए इन्वेस्टमेंट हेतु इमरजेंसी फंड को बढाने के लिए 30 हजार करोङ का बजट बनाया गया है। आत्मनिर्भर भारत योजना पर छः वर्षों में 64,180 करोङ खर्च होने का बजट बनाया गया है। जलजीवन पर 2.87 लाख करोङ रूपये खर्च किए जाएंगे, वहीं स्वास्थ्य बजट 2.23 लाख करोङ खर्च किए जाएंगे। 17 पब्लिक हेल्थ यूनिट शुरू की जाएगी और देशभर में 75 हजार हेल्थ सेंटर बनाए जाएंगे।  

अतः आत्मनिर्भर भारत के लिए किया जानेवाला यह कार्यरत बजट योजना जनकल्याण के हित में है। इस योजना के तहत सभी भारतीय देशवासियों को आत्मनिर्भर बनाने का सपना है ताकि देश संकट की घङी में कदम से कदम मिलाकर चलें।