संसद के सदस्य जनआकांक्षाओं की पूर्ति में देंगे योगदान- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के पहले दिन आशा जताई है कि लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए सभी सदस्य चर्चा में जनआकांक्षाओं की पूर्ति में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि देश को उम्मीद है कि इस सत्र में सभी प्रकार के विचारों की प्रस्तुति हो और उत्तम मंथन से बेहतर परिणाम निकले।
बजट सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह इस दशक का यह पहला सत्र है और यह दशक भारत के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ‘आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को तेज गति से सिद्ध करने का यह स्वर्णिम अवसर अब देश के पास आया है। इस दशक का भरपूर इस्तेलमाल हो इसलिए इस सत्र में पूरे दशक को ध्यान में रखते हुए चर्चाएं हों।’

पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि सभी सदस्य मिलकर इस सत्र को और अधिक बेहतर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि 2020 में वित्त मंत्री को अलग-अलग पैकेज के रूप में एक प्रकार से 4-5 मिनी बजट देने पड़े थे।
उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी प्रकार के विचारों की प्रस्तुति हो और उत्तम मंथन से उत्तम अमृत प्राप्त हो, यह देश की अपेक्षाएं हैं। उन्होंने आशा जताई कि जिस आशा और अपेक्षा के साथ देश की जनता ने अपने प्रतिनिधियों को चुनकर संसद में भेजा है, वे इस पवित्र जगह का भरपूर इस्तेमाल करते रहेंगे।