सत्यपाल मलिक और M.K. स्टालिन की रिएक्शन: संसद हमले पर दो प्रमुख नेताओं की चिंता और मांग का ऐतिहासिक संयोजन
सत्यपाल मलिक के द्वारा दिए गए बयान में सुरक्षा की कमी को लेकर जांच की मांग, M.K. स्टालिन ने भी उठाई आपत्ति
- सत्यपाल मलिक ने संसद हमले पर अपनी चिंता व्यक्त की और जांच की मांग की.
- M.K. स्टालिन ने सुरक्षा की कमी को लेकर व्यक्तिगत रूप से आपत्ति जताई और तत्परता से कड़ी कार्रवाई की मांग की.
- संसद हमले के मामले में जांच होने की आवश्यकता को लेकर नेताओं ने एक दूसरे के साथ समर्थन जताया.
नई दिल्ली: संसद हमले के बाद दो प्रमुख नेताओं ने अपनी चिंता व्यक्त की और एक-दूसरे के साथ मिलकर मांग को लेकर एक हिस्टॉरिक संयोजन किया है।
पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने एक बयान में कहा, "संसद_भवन में हुआ वाक्या नए संसद भवन की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे दावों को फेल साबित करता है, यह प्रकरण गंभीर था और पूरे मामले की तह तक जाकर जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।"
#संसद_भवन में हुआ वाक्या नए #संसद भवन की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे दावों को फेल साबित करता है, यह प्रकरण गंभीर था और पूरे मामले की तह तक जाकर जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए- सत्यपाल मलिक (पूर्व गवर्नर) #SatyapalMalik #ParliamentAttack
— Satyapal Malik 🇮🇳 (@SatyapalmalikG) December 13, 2023
साथ ही, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री M.K. स्टालिन ने ट्विटर पर एक रिएक्शन दिया, "The unprecedented security breach in the parliament poses a dangerous threat to our august temple of democracy. Swift action must be taken without delay. I appeal for launching a prompt investigation, fixing accountability, and implementing measures to prevent future lapses, ensuring the protection of this vital institution with all the might at our command. #ParliamentAttack"
The unprecedented security breach in the parliament poses a dangerous threat to our august temple of democracy.
— M.K.Stalin (@mkstalin) December 13, 2023
Swift action must be taken without delay. I appeal for launching a prompt investigation, fixing accountability, and implementing measures to prevent future lapses,…
इसके बाद दोनों नेताओं के बीच एक-दूसरे के साथ समर्थन और मांग के संयोजन का सामर्थ्य हो रहा है, जिससे संसद हमले के मामले में जल्दी और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद है।