केंद्र ने मुख्य सचिव अलपन बंधोउपाध्याय के ख़िलाफ़ लिया एक्शन

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अल्पन बंदोपाध्याय को 31 मई सुबह 10:00 बजे दिल्ली में नॉर्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करना था लेकिन वह नहीं आए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने उन्हें शो कॉज नोटिस जारी किया है। इसी बीच में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आईएएस अलपन को मुख्य सलाहकार बना लिया है।
आईएएस अलपन बंदोपाध्याय का मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के तौर पर 3 साल की अवधि के लिए कार्यकाल होगा। इस दौरान उन्हें 2.5 लाख रुपए महीने का वेतन दिया जाएगा। इस प्रकरण पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि राज्य सरकार को केंद्र सरकार का पत्र मिला जिसमें मुख्य सचिव अल्पन बंधोपाध्याय को डीओपीटी नॉर्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया। यह पत्र पाकर हमने उन्हें पत्र लिखकर कहा था, कि वे एक एकतरफा फैसला नहीं ले सकते।
ममता ने आगे कहा कि केंद्र द्वारा भेजे गए पत्र में कोई कारण नहीं बताया गया है। मैंने 10 मई को पीएम को पत्र लिखकर लोगों के हित के लिए महामारी और चक्रवात से लड़ने के लिए मुख्य सचिव के कार्यकाल को 3 साल के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया था। केंद्र सरकार ने उनके विस्तार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, लेकिन इसके बाद उन्हें अचानक दिल्ली क्यों बुलाया गया है उन्होंने केंद्र को उनपर परेशान करने का आरोप लगाया।
ममता ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य के टॉप नौकरशाह को ऐसे राज्य से बिना चर्चा किए अचानक कैसे बुला सकती है। एक दिन उन्हें पछताना होगा। यह पिछले 74 साल में नहीं हुआ है, जो आज हो रहा है। ममता ने कहा हम डरते नहीं हैं, मरने के लिए तैयार हैं। ममता ने कहा कि पॉलिटिकल लोग वाकआउट करते हैं लेकिन ब्यूरोक्रेट्स कभी वॉकआउट नहीं करते। यहां सब कुछ पहले से ही सुनियोजित था।