लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों और पत्रकार के परिवारों को 50-50 लाख रुपये देगी छत्तीसगढ़ और पंजाब सरकार

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। उन्होंने घटना की कवरेज के दौरान मारे गए पत्रकार के परिवार को भी 50-50 लाख रुपए देने की बात कही है।
 | 
फोटो क्रेडिट: ट्विटर
छत्तीसगढ़ और पंजाब दोनों सरकारों ने 6 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार के परिवारों को 50-50 लाख की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है।
कांग्रेस शासित दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ लखनऊ पहुंचे थे। जहां से उनका इरादा पीड़ितों के परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी जाने का था। लेकिन उनको काफी देर तक लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोका गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि लखीमपुर हिंसा ने उन्हें 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड की याद दिला दी।
उन्होंने कहा कि यू.पी. सरकार ने लोकतंत्र का मजाक बनाया है।
उन्होंने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, "हमारी सरकार किसानों के परिवारों और लखीमपुर हिंसा में मारे गए पत्रकार के परिवारों को 50-50 लाख रुपये देगी।"
इसी भावना को व्यक्त करते हुए, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा कि उनकी सरकार किसानों और पत्रकार के परिवारों को 50 लाख देगी।
इस पूरे मामले में यू.पी. पुलिस ने अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस से पहले अजय मिश्रा को हाई कमान ने दिल्ली भी तलब किया था।