ईरान के अंतरिक्ष में जानवरों को भेजने से उत्पन्न चिंता
विश्व समुद्र में ईरान के अद्भूत कैप्सूल भेजने से हो रहा है अंतर्राष्ट्रीय चिंता
- ईरान ने हाल ही में चूहों, कछुओं और कीड़ों से भरी एक कैप्सूल को अंतरिक्ष में भेजा, जिससे उत्पन्न हो रहे संदेह का सामना कर रहा है।
- रॉकेट के माध्यम से किए गए इस अंतरिक्ष मिशन के पीछे छुपा है क्या? विश्वभर में बढ़ रहा है चिंता और सवाल।
- अमेरिका ने 1961 में हैम नामक चिंपैंजी को अंतरिक्ष में भेजने के बाद भी, ईरान के अंतरिक्ष यात्रा की उदाहरण की बहुत चर्चा हो रही है।
ईरान ने हाल ही में विश्व को चौंका देने वाला कदम उठाया है, जब उन्होंने एक अंतरिक्ष कैप्सूल को चूहों, कछुओं, और अन्य प्राणियों से भरा, समुद्र में भेजा। इस अंतरिक्ष मिशन के पीछे छुपे उद्देश्य के बारे में विश्वभर में संदेह उत्पन्न हो रहा है।
ईरान के दूरसंचार मंत्री, ईसा ज़ारेपुर, ने बताया कि "सलमान" नामक रॉकेट और साथी कैप्सूल ईरानी भूमि पर तैयार किए गए थे। इसमें सफलतापूर्वक सम्पन्न किए गए अंतरिक्ष मिशन का उद्देश्य था, लेकिन इसके बाद उत्पन्न हो रहे संदेहों के बावजूद, ईरान ने इसे भविष्य में मानव अंतरिक्ष अन्वेषण का प्रारंभ करने का एक पूर्वाभ्यास बताया है।
विश्वभर में बढ़ रही चिंता है कि ईरान इस रॉकेट की सहायता से भविष्य में पृथ्वी पर परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों का निर्माण कर सकता है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। इसे लेकर अमेरिका सहित कई देशों ने चेतावनी दी है, लेकिन व्यक्तिगत रूप से इस उच्चतम अंतरिक्ष योजना को लेकर ईरान के निर्णय को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय सोच रहा है।