बेसिक शिक्षा मंत्री के बयान पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का पलटवार
बेसिक शिक्षा मंत्री ने भी कहा, केवल तीन शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी में हुई मौत

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पंचायत चुनाव की ड्यूटी में केवल तीन शिक्षकों की मौत का दावा करने के बाद राजनीति शुरू हो गई है। विभाग के मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बुधवार को बयान जारी कर शिक्षक संघों की ओर से पंचायत चुनाव की ड्यूटी में 1621 शिक्षकों की मौत के दावे को ग़लत और निराधार बताया। उन्होंने दोहराया कि केवल तीन शिक्षकों की पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान मौत हुई है। उधर, इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। सपा, कांग्रेस ने जहां सरकार को घेरा है, वहीं शिक्षक संगठन भी विभाग के ख़िलाफ़ मैदान में उतर गए है।
वही कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने बेसिक शिक्षा मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि लगता है उत्तर प्रदेश सरकार कॉम्पटीशन कर रही है| हिटलर के ग्लोबल से, जो हिटलर का सेनापति था। वह झूठ बोलने में माहिर था| प्रमोद तिवारी ने कहा कि मेरे साथ चलिए मैं दिखाता हूं। सैकड़ों परिवारों से मिलवाऊँगा, जहां कोरोना से मौत हुई है| प्रमोद तिवारी यही नहीं रुके, उन्होंने ये भी कहा की कांग्रेस का वादा है संघर्ष करेंगे उन शिक्षकों के लिए और सरकारी कर्मचारियों के लिए। उनका हक़ दिलाएंगे सरकार से, जिनकी कोरोना काल में मौत हुई है|
बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि पंचायत चुनाव में कोरोना संक्रमित होकर जान गंवाने वाले 1621 शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, कर्मचारियों और रसोइयों के आश्रितों के साथ शासन और राज्य निर्वाचन आयोग भद्दा मज़ाक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी राज्य निर्वाचन आयोग को और आयोग शासन को ग़लत सूचना दे रहा है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में मृतक शिक्षकों और कर्मचारियों के आश्रितों को सांत्वना देने की बजाय उनकी उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पंचायत चुनाव में ड्यूटी के कारण मृत्यु का शिकार हुए कर्मचारियों और शिक्षकों के परिवारों को मुआवजा और सरकारी नौकरी नहीं दी तो संघ न्यायालय में याचिका दायर करेगा।