यूपी में कम हुई कोरोना की रफ़्तार, मौतों के आंकड़ों में रिकॉर्ड जारी

कोरोना के आंकड़ों की सच्चाई का नही चल रहा पता...  

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यूपी में कम हुई कोरोना की रफ़्तार, मौतों के आंकड़ों में रिकॉर्ड जारी

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से देश जूझ रहा है। भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी कोरोना ने कहर मचाया हुआ है। अदालत से लेकर विपक्षी पार्टिंयां भी योगी सरकार पर हमलावर हैं। कोरोना से बिगड़ते हालात और हर मिनट पर दम तोड़ती सांसों की गिनती पर भी सवाल उठने लगे हैं।

विपक्ष का आरोप है कि सरकार मौत के आंकड़े छिपा रही है। लखनऊ हो या वाराणसी, सरकार द्वारा जारी आंकड़े और मृत्यु प्रमाण पत्र के नंबरों में बड़ा अंतर है।

यूपी सरकार हर रोज़ नए कोरोना केस, कोविड संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या और मरने वाले मरीजों के आंकड़े जारी करती है। ये आंकड़े यूपी के हर जिले से रोज़ सामने आते हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ समेत हर बड़े शहरों में दिन- रात चिताओं से उठता धुआं बताता है कि शहर में बेतहाशा मौतें हो रही हैं, लेकिन सरकारी आंकड़ों में ये मौतें बेहद कम संख्या में हो रही हैं।

गौरतलब है कि राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 9391 नए पॉजिटिव केस मिले हैं। वहीं, 24 घंटों के दौरान राज्य में 285 कोरोना मरीजों की मौत हुई।

राज्य में गोरखपुर, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर और गौतम बुद्ध नगर सबसे ज्यादा संक्रमित जिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को गोरखपुर में 542, लखनऊ में 517, मेरठ में 452, सहारनपुर में 458 और गौतम बुद्ध नगर में 457 नए कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिले हैं। इन जिलों में क्रम: 4, 22, 8, 11 और 7 कोरोना मरीजों की मौत हुई है।