मुख्तार अंसारी पर थम नहीं रहा विवाद, यूपी और पंजाब सरकार आमने-सामने

उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की जेल में बंद हैं. उन्हें योगी सरकार उत्तरप्रदेश लाना चाहती है इसी सिलसिले में 20 अक्टूबर 2020 को प्रयागराज की पुलिस टीम मुख्तार अंसारी को लाने पंजाब गई थी लेकिन वो लाने में नाकामयाब साबित हुई. दरअसल पहले भी जेल अधीक्षक ने यह कह कर ले जाने से मना कर दिया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. वहीं दूसरी बार भी गाजीपुर की पुलिस टीम रोपड़ गई और फिर से वही जवाब मिला.
गौरतलब है कि मुख्तार को पंजाब से यूपी लाए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में है फिर भी इसे लेकर बवाल छिड़ गया है. जहां यूपी बीजेपी और पंजाब कांग्रेस की सरकार आमने-सामने हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जहां पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार पर बेवजह ही बीजेपी आरोप लगा रही है कि मुख्तार अंसारी को राजनैतिक शेल्टर हमने दिया है.
इसके अलावा पंजाब के जेल मंत्री ने आरोप खारिज करते हुए कहा कि पंजाब सरकार का जेल मंत्रालय सिर्फ एक कस्टोडियन है जो राज्य सरकार के गृह मंत्रालय और अदालतों की ओर से मिले आदेशों के आधार पर काम करता है. ये पूरा मसला सुप्रीम कोर्ट में है और सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो भी निर्देश आएगा, उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी. इसमें किसी को क्या शक है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति रोपड़ जेल में जाकर चेक कर सकता है कि हमने मुख्तार अंसारी को किस तरह से रखा है. कोई स्पेशल ट्रीटमेंट तो नहीं दिया. ये जाकर आप देख सकते हैं.
इस पर यूपी के एडीजी लॉ और ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मुख्तार अंसारी को लेकर कहा कि हमारी कोशिश उन्हें लाकर कोर्ट के सामने पेश करने की है. बार-बार कोर्ट से उन्हें पेश करने के निर्देश आ रहे हैं और हर बार उनके हेल्थ रिपोर्ट के आधार पर वहां से नहीं भेजा जा रहा. कई बार पुलिस की टीम गई है और हेल्थ रिपोर्ट के आधार पर उन्हें नहीं भेजा गया. वहीं हमने कोर्ट को भी बताया है कि आखिर किस वजह से हम उन्हें नहीं ला पा रहे. अब सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले को देख रहा है. वहीं हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हम जल्द ही मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश लाकर सक्षम कोर्ट के सामने पेश करने में सफल होंगे.
वहीं इस घटना को लेकर बीजेपी प्रवक्ता और मुख्यमंत्री के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी, सब मिलकर सबसे भयंकर माफिया को बचाने में लगे हुए हैं. पंजाब की कांग्रेस सरकार नहीं चाहती कि मुख्तार अंसारी को यूपी भेजा जाए और इसके पीछे पूरी तरह से कांग्रेस का हाथ है. तभी वो इसे यूपी नहीं लाना चाहती है.
वहीं इन सब बातों को खारिज करते हुए यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यह अदालती मामला है. अदालत में जब बुलाया जाएगा, उन्हें आना पड़ेगा. कांग्रेस पर आरोप लगाना महज राजनीति है और कुछ नहीं है. राजनीति के आधार पर ही ये लोग ऐसा करने में लगे हुए हैं.