भारतीय वैज्ञानिकों का सफल प्रयास - कोवैक्सीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि “हम उन वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने इस कोवैक्सीन को दिन-रात मेहनत करके बनाया है। एक वैक्सीन को तैयार करने में कई साल लग जाते हैं, परंतु इन वैज्ञानिकों ने बहुत कम समय में दो-दो वैक्सीन तैयार किया है।” पूरे विश्व में हमारे वैक्सीन की माँग है। हमारे सभी भारतीय वैक्सीन को लेकर चल रहे भ्रामक अफवाह से बचें। हमारे इस वैक्सीनेशन के महाअभियान का संचालन बहुत बङे पैमाने में हुआ है, जो आज तक कभी इतिहास में नहीं हुआ है।
इन्होंने कहा कि मुझे याद है वो दिन जब कोरोना की वजह से माँ अपने नन्हें बच्चे को चाह कर भी गोद में नहीं उठा पाती थी। पिता कोरोना से ग्रसित होने के कारण अस्पताल में भर्ती होने के बाद अकेले संकट को झेलने के लिए मजबूर रहते थे। हमारे डॉक्टर,पुलिस, नर्स, वार्डब्वाय, सफाई कर्मचारी और मीडिया ने अपना योगदान देकर मानवता परिचय दिया है। इस दौरान बहुत से कार्यकर्ता ने हमारी रक्षा के लिए अपनी जान गंवा दी।
अतः स्वयं को, परिवार को, समाज को और अपने देश को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए सतर्क रहें, भ्रम पैदा करनेवाली अफवाहों पर ध्यान न दें। यह भारतीय वैज्ञानिकों का एक सफल प्रयास है।