नेता रविकिशन और परेशरावल का विदेशी अफवाहों पर करारा जवाब

निहित स्वार्थ के चलते देश के भीतर अथवा विदेशी शक्तियों के द्वारा दुष्प्रचार एवं प्रोपोगेंडा फैलाकर राष्ट्र को अस्थिर करने हेतु किया गया कोई भी कृत्य भारत स्वीकार नहीं करेगा। हम सभी भारतवासी एक साथ हैं और अपने देश के साथ खङे हैं।

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नेता रविकिशन और परेशरावल का विदेशी अफवाहों पर करारा जवाब
संस्कृत का ज्ञान रखनेवाला ज्ञानी पुरूष सारी भाषाओं को जानने और समझने की क्षमता रखता है। सारी भाषाओं का उद्भव व विकास संस्कृत के द्वारा ही हुआ है।
 

भारत के कृषि कानून को लेकर विदेशियों द्वारा चलाए जा रहे प्रोपोगेंडा से विवाद खङा हो गया है।  देश की जनता में आक्रोश भर रहा है। इस पर ऐसे विदेशियों द्वारा चलाए जा रहे प्रोपोगेंडा को लेकर सांसद रविकिशन ने विदेशियों को करारा जवाब देते हुए कहा है, “निहित स्वार्थ के चलते देश के भीतर अथवा विदेशी शक्तियों के द्वारा दुष्प्रचार एवं प्रोपोगेंडा फैलाकर राष्ट्र को अस्थिर करने हेतु किया गया कोई भी कृत्य भारत स्वीकार नहीं करेगा। हम सभी भारतवासी एक साथ हैं और अपने देश के साथ खङे हैं।

इन विदेशियों द्वारा आए कटाक्ष पर कई लोगों की प्रतिक्रिया आई है। सब ने विदेशियों के इस हरकत पर अपने भाव प्रकट किए हैं। इस पर अभिनेता परेशरावल ने कहा है कि एक भारतीय होने के नाते हममें इतनी क्षमता है कि हम अपनी अंदरूनी समस्याओँ का समाधान स्वयं कर सकते हैं और अपने भारतवर्ष को मजबूत बनाने के लिए आगे बढ सकते हैं।

अतः हमारा भारत वर्ष कई भाषा और कई संस्कृतियों से भरापूरा है। हमारे देश की भाषाएं भले ही अलग-अलग है, परंतु इसकी जननी एक ही है वह है संस्कृत। संस्कृत का ज्ञान रखनेवाला ज्ञानी पुरूष सारी भाषाओं को जानने और समझने की क्षमता रखता है। सारी भाषाओं का उद्भव व विकास संस्कृत के द्वारा ही हुआ है। इसीप्रकार हमारी भाषाएं भले ही अलग-अलग है, किंतु हमारे विचार, हमारी संस्कृति और हमारी भावनाएं एक ही है।