मनमोहन सिंह की सादगी की यादें: असीम अरुण का संस्मरण

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असीम अरुण, जो 2004 में मनमोहन सिंह के बॉडी गार्ड थे, ने उनकी सादगी को याद किया।
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डॉ. मनमोहन सिंह की पसंदीदा कार मारुति 800 थी, जिसे वे BMW पर तरजीह देते थे।
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अरुण ने सिंह की सादगी, उनकी स्पेशल प्रोटेक्शन टीम में सेवा और उनके व्यवहार को साझा किया।
लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और पूर्व IPS अधिकारी असीम अरुण ने उनसे जुड़ी अपनी यादें साझा की हैं। असीम अरुण, जिन्होंने 2004 में डॉ. मनमोहन सिंह के बॉडी गार्ड के रूप में सेवा की थी, ने उनकी सादगी और जनता से जुड़ाव को याद किया।
अरुण ने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह के पास सिर्फ एक कार थी - मारुति 800, जो उनकी व्यक्तिगत पसंद थी। प्रधानमंत्री आवास में जब भी कारकेड में BMW की काली चमचमाती गाड़ियां खड़ी रहती थीं, तब भी सिंह अपनी मारुति 800 को प्राथमिकता देते थे। अरुण ने कहा, "डॉ. साहब को BMW में बैठना पसंद नहीं था, वे कहते थे, 'BMW पीएम की गाड़ी है, मारुती मेरी।'"
असीम अरुण स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) की क्लोज प्रोटेक्शन टीम का हिस्सा थे, जो प्रधानमंत्री के सबसे नजदीकी सुरक्षा घेरे के रूप में कार्य करता है। उन्होंने सिंह के साथ बिताए समय के दौरान उनके व्यवहार की सराहना की, जिसमें वे हर स्टाफ सदस्य से भोजन के लिए पूछते थे, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी भोजन कर चुके हैं।
उनके इस संस्मरण ने न केवल मनमोहन सिंह की सादगी और जनता के प्रति उनकी संवेदनशीलता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे एक राजनेता की व्यक्तिगत पसंद और व्यवहार उनके व्यक्तित्व का अभिन्न अंग होते हैं। अरुण ने उनके साथ रहने के दौरान अनुभव किए गए क्षणों को याद करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह के साथ काम करना एक सीखने का अवसर था, जहां से वह न केवल सुरक्षा के बारे में बल्कि जीवन के मूल्यों के बारे में भी कुछ सीखे।
असीम अरुण के संस्मरण मनमोहन सिंह के व्यक्तित्व की एक विशेष झलक प्रदान करते हैं, जो उनके निधन के बाद भी उनकी विरासत के अंग के रूप में याद किये जाएंगे।