मोदी सरकार ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक, बताया किन लोगों को लगेगा मुफ्त टीका
 

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मोदी सरकार ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक, बताया किन लोगों को लगेगा मुफ्त टीका

वैक्सीन का काम लगभग पूरा हो ही गया है. सरकार ने कुछ वैक्सीन को मंजूरी भी दे दी है. इन्हीं सब बातों को लेकर भारत सरकार ने आज सोमवार को कोविड-19 टीकाकरण अभियान के बारे में राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि ये बड़े ही सम्मान की बात है कि दो वैक्सीन को हमने मंजूरी दे दी है. वो मेड इन इंडिया है और अभी चार वैक्सीन पर काम जारी है.

दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी ने गर्व से कहा कि सभी तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और पहली पंक्ति के कर्मचारियों को लगने वाले कोविड टीके का ख़र्च केंद्र सरकार उठाएगी. इसके अलावा दुनिया के 50 देशों में तीन-चार सप्ताह से वैक्सीनेशन का काम चल रहा है, लेकिन अब भी करीब-करीब 2.5 करोड़ वैक्सीन हो पाई है. अब भारत में हमे अगले कुछ महीनों में लगभग 30 करोड़ आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करना है. ताकि जल्द से जल्द सबको टीकाकरण लग जाए.


गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कहा कि भारत को टीकाकरण का जो अनुभव है, जो दूर-सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने की व्यवस्थाएं हैं वो कोरोना टीकाकरण में बहुत काम आने वाली हैं.मोदी ने कहा कि जनप्रतिनिधि तीन करोड़ कोरोना योद्धाओं में शामिल नहीं है, सबसे पहले अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण होगा. वहीं कुछ देशों ने टीकाकरण शुरू कर दिए है पर भारत में अभी शुरू नहीं हुए है इसपर यह सवाल उठाए गए कि भारत में क्यों देरी हो रही है.


तो उन्होंने कहा कि, ‘‘मैंने तब भी कहा था कि साइंटिफिक कम्युनिटी के सलाह से हम काम करेंगे. हमारे दोनों वैक्सीन कॉस्ट इफेक्टिव हैं, यह वैक्सीन भारत की परिस्थितियों को देखते हुए निर्मित की गई हैं. देशवासियों को प्रभावी वैक्सीन देने के लिए हमारे वैज्ञानिक समुदाय ने सभी सावधानियां बरती हैं.’’ किसी को भी इसके हानिकारक प्रभाव नहीं झेलने पड़ेंगे.


वहीं अंत में उन्होंने बताया कि ''दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान पर विस्तार से चर्चा हुई. सभी राज्यों ने कोरोना से लड़ाई में बड़ी भूमिका निभाई है. सबका काम काफी सराहनीय है. इसके अलावा 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में शुरू होगा.