मोदी ने कहा- कोरोना काल में भारत ने खुद को संभाला
भारत सरकार ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान उठे मुद्दों का जवाब दे रहे हैं. इसके साथ ही उन्होने विपक्षी सदस्यों को आड़े हाथ लिया.
मोदी सरकार ने कहा कि कोरोना काल में भारत ने खुद को संभाला, साथ ही दुनिया को संभलने में मदद की जो एक प्रकार से टर्निंग प्वाइंट है. जिस भावनाओं को लेकर हम पले बढ़े हैं. हम हार नही मानने वालो में से हैं. इसको हमने करके दिखाया है. कोरोना काल के बाद एक नया सवेरा आकर रहेगा. बस हमें डट कर उनका मुकाबला करना है. उसके लिए सिर्क एकमात्र रास्ता है आत्मनिर्भर भारत. इसके अलावा उन्होने कहा कि कोरोना काल से जीतने का श्रेय जनता, सफाईकर्मियों और स्वास्थकर्मियों को दिया. साथ ही साथ इनकी जमकर तारीफ की.
वहीं मोदी ने कहा, 'इस सदन में 15 घंटे से भी ज्यादा चर्चा हुई है. सदस्यों ने चर्चा में बाखूबी से साथ दिया. सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करता हूं. मैं खास तौर से महिला सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं. उनकी भागीदारी भी ज्यादा थी. उस विषय का रिसर्च करके बातें रखने का उनकी मेहनत की तारीफ करता हूँ. इसके साथ ही उनकी तैयारी, उनके तर्क और उनकी सूझबूझ के लिए मैं विशेष रूप से महिला सांसदों का अभिनंदन व्यक्त करता हूं.'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'भारत आजादी के 75वें वर्ष के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. यह हर हिंदुस्तानी के लिए गर्व का पड़ाव है. यह आगे बढ़ने के पर्व का भी पड़ाव है. समाज व्यवस्था में हम कहीं पर भी देश के किसी भी कोने में हों, सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में हमारा स्थान कहीं पर भी हो, हम सभी को मिलकर आजादी के इस पर्व से प्रेरणा लेकर और संकल्प लेकर जब देश 2047 में सौ साल आजादी के मनाएगा तो अगले 25 साल में हमें देश को कहां ले जाना है, यह संकल्प हर देशवासी के दिल में हो, यह काम इस पवित्र धरती, इस संसद, इस पंचायत का है.