मोदी की ED का डिप्टी डायरेक्टर विशाल दीप 25 करोड़ की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया!
CBI की मजबूरी या राजनीतिक खेल? जानिए पूरा मामला

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ED के डिप्टी डायरेक्टर विशाल दीप को 25 करोड़ की रिश्वत लेते CBI ने गिरफ्तार किया।
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मामला कांग्रेस-शासित हिमाचल प्रदेश से जुड़ा है, जिसने CBI को कार्रवाई के लिए मजबूर किया।
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आशंका है कि इस रिश्वत के तार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक जा सकते हैं
हिमाचल प्रदेश में एक बड़े रिश्वत कांड का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) के डिप्टी डायरेक्टर विशाल दीप को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 25 करोड़ रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस घटना ने न केवल ईडी बल्कि केंद्र सरकार की छवि पर भी सवाल उठाए हैं।
विशाल दीप की गिरफ्तारी के पीछे की वजह कांग्रेस शासित राज्य हिमाचल प्रदेश में इस मामले का उजागर होना बताया जा रहा है। अगर यह मामला हिमाचल प्रदेश पुलिस के हाथों में आता तो, यह संभावना थी कि इस रिश्वत के पीछे के बड़े नाम सामने आ सकते थे, जिससे केंद्र सरकार के कई नेताओं की पोल खुल सकती थी।
इस घटना के संदर्भ में, कई लोगों का मानना है कि एक डिप्टी डायरेक्टर के लिए इतनी बड़ी रकम लेना संभव नहीं है बिना किसी बड़े संरक्षण के। ऐसा माना जा रहा है कि इस रिश्वत के तार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक जा सकते हैं, जो नरेंद्र मोदी सरकार के एक प्रमुख चेहरा हैं।
यह मामला राजनीतिक दलों के बीच तीखी बहस का कारण बना हुआ है। विपक्षी दलों ने इसे मोदी सरकार के खिलाफ एक बड़ा हथियार बनाने का प्रयास किया है, जबकि भाजपा ने इसका बचाव करते हुए कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है और किसी भी तरह का भ्रष्टाचार सहन नहीं किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर भी इस मामले की चर्चा जोरों पर है, जहां कई लोग इसे राजनीतिक साजिश मान रहे हैं, तो कई इसे सरकार के भ्रष्टाचार का सबूत। यह घटना न केवल ED और CBI की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे राजनीतिक दबाव और संरक्षण भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे सकते हैं।
इस मामले की जांच जारी है और सभी की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं कि आगे और क्या खुलासे होते हैं।