हिमाचल में मानसून का तांडव, अब तक 51 लोगों की गई जान, सबसे ज्यादा मंडी में लोग मरे

हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है. यहां पर बादल फटने और भूस्खलन से अब तक 51 लोगों की जान जा चुकी है. सबसे ज्यादा मंडी में अब तक 18 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
 
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हिमाचल में तबाही
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को लेकर अभी भी ऑरेंज अलर्ट जारी है. इसी बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है. प्रदेश में जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से अब तक 51 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लापता हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद हैं. कालका-शिमला रेल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है.
 
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम कै क्या होगा ?
राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का स्थल बदल दिया गया है. अब यह मनाली के बजाय शिमला में होगा. शिमला में होने वाले राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू बतौर मुख्य अतिथि उपस्थिति होंगे. उनके साथ ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह होंगे. मनाली में अब जिलास्तरीय कार्यक्रम होगा. इसमें मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद होंगे.
सीएम सुक्खू से जेपी नड्डा ने की बात
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह भारी बारिश, बादल फटने व भूस्खलन की त्रासदी से हुए जान-माल के नुकसान और तबाही के मद्देनजर सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से टेलीफोन पर बात की. हिमाचल प्रदेश को नरेंद्र मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी की ओर से हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया.
आपको बता दें कि जगह-जगह बादल फटने और भूस्खलन से अब 51 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 30 लोग मलबे में दबने और बहने से लापता हैं. मंडी जिले में 18, राजधानी शिमला में 14, सोलन में 11, कांगड़ा-हमीरपुर में 3-3, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है.