दिल्ली नगर निगम का सेटेलाइट जियो-टैगिंग: Properties का डेटाबेस बनाने में पहली बार
- दिल्ली नगर निगम ने शुरू की Satellite Geo-Tagging से Properties का Database बनाने की पहली मुहिम.
- 'आप' की पहली सरकार ने इस प्रयास में कोई खर्चा नहीं आने वाला बताया है.
- पिछले 7 दिनों में 20,000 Properties को सफलतापूर्वक Tag किया गया है.
- आने वाले दो महीनों में लक्ष्य है 15 Lakh Properties को Tag करना.
- 30 जनवरी 2024 तक Geo-Tagging पूरा होने से Urban-Planning में सुधार होगा.
- Geo-Tagged Properties को Property Tax में रियायत मिलेगी.
- अब तक के टैक्स और संबंधित Properties के Record की कमी से हो रही समस्याओं का निवारण होगा.
दिल्ली नगर निगम ने देश में पहली बार सेटेलाइट जियो-टैगिंग के जरिए Properties का Database बनाने का काम शुरू किया है। इस मुहिम के तहत, 'आप' की पहली सरकार ने कोई भी खर्च नहीं करके 20,000 Properties को पिछले 7 दिनों में सफलतापूर्वक Geo-Tag कर लिया है। इस प्रक्रिया के तहत, दो महीने में और 15 Lakh Properties को भी Tag किया जाएगा।
30 जनवरी 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है, जिससे नगर निगम उर्बन प्लैनिंग में सुधार कर सकेगा। इस Geo-Tagging के परिणामस्वरूप Tag की गई Properties को से सम्बंधित सुविधाएं मिलेंगी और उन्हें Property Tax में भी रियायत होगी।
इस पहल के माध्यम से अब तक के टैक्स और संबंधित Properties के Record की कमी से हो रही समस्याओं का निवारण होगा, जिससे नगर निगम सिटी की बेहतर स्थिति में मदद कर सकता है।