राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस
हमें इस गणतंत्र दिवस का परेड बाघा बॉर्डर पर देखने को मिलता है। बाघा बॉर्डर एक सैनिक चौंकी है, जो अमृतसर और लाहौर के बीच स्थित है।

यह परेड 26 जनवरी के 2-3 दिन पहले से शुरू की जाती है। इसे देखने के लिए लोग बहुत दूर-दूर से आते हैं और इस नजारे का आनंद लेते हैं।
हमारे देश में गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस क्या है? आईए, इसपर प्रकाश डालते हैं।
भारत को गणतंत्र देश बनाने और कानून का राज्य स्थापित करने के लिए 1949 को भारतीय संविधान द्वारा अपनाया गया और 1950 को इसे लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ लागू किया गया था।
भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ था। 26 जनवरी 1950 को ब्रिटीश संविधान को अपने अधिकार में लिया गया था। जिसके तहत, भारत को एक लोकतांत्रिक संपूर्ण गणतंत्र देश घोषित किया गया था। अतः यह दिन हमारे देश के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। यह एक अविस्मरणीय दिन है। जिससे देश की अखंडता को बल मिलता है और यह दिन हमारे लिए संकल्प का दिन है। हमें इस गणतंत्र दिवस का परेड बाघा बॉर्डर पर देखने को मिलता है। बाघा बॉर्डर एक सैनिक चौंकी है, जो अमृतसर और लाहौर के बीच स्थित है। यह भारत पाकिस्तान की सङक की सीमा रेखा है। इसके प्रवेशद्वार को स्वर्णजयंती गेट कहते हैं। यहाँ की परेड बहुत अनोखी होती है। यह परेड 26 जनवरी के 2-3 दिन पहले से शुरू की जाती है। इसे देखने के लिए लोग बहुत दूर-दूर से आते हैं और इस नजारे का आनंद लेते हैं।