देश में पैदा हुई नई बिरादरी ‘आंदोलनजीवी’- PM मोदी

राज्य सभा में नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को हर विषय पर बोले लेकिन इस दौरान उन्होंने एक ऐसी बात कही, जिसने लोगो का सबसे ज्यादा ध्यान खींचा. जी हां वो है ‘आंदोलनजीवी’ मोदी सरकार ने कहा कि हम सब श्रमजीवी, बुद्धिजीवी जैसे शब्दों को अच्छी तरह से जानते हैं कि वो क्या है, लेकिन आजकल एक नई बिरादरी पैदा हो गई है. वो है आंदोलनजीवी. अब सवाल उठता है की आखिर आंदोलन जीवी क्या है. तो इसको मै आपको बताता हूँ.
दरअसल मोदी सरकार का आंदोलनजीवी शब्द उन लोगो के लिए था जो हर आंदोलन में घुस जाते है. लोगो को और ज्यादा उकसाते हैं. इन लोगो का खुद का कोई आंदोलन नही होता है. ये दूसरे लोगो के आंदोलन में घुसकर तांडव मचाते हैं. ये आंदोलनजीवी घुसपैठ होते हैं जो एक आंदोलन के बाद दूसरा आंदोलन क्या किया जाए इसके फ़िराक़ में लगे रहते हैं. इसी जुगाड़ में लगे रहते हैं कि कैसे लोगों की भड़काया जाए या उकसाया जाए. इन आंदोलनजीवियों को अपनी मंडली में जगह नहीं देनी चाहिए. ये देश के लिए बहुत ही खतरनाक होते हैं. ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं, जो हर जगह मिलते हैं.
बता दें कि आजकल किसान आंदोलन चल रहा है उसी को लेकर मोदी सरकार का तंज था. उन्होने कहा किसान आंदोलन में कई खबरें ऐसी आईं जिनसे पता चला कि लाल किले पर उपद्रव करने वाले किसानों को सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काया गया था. ये किसान मासूम हैं. इन्हें लगता है कि इनकी बातें कोई जाना-पहचाना नाम उठाएगा तो इनके आंदोलन को बल मिल जाएगा. लेकिन ऐसा बिल्कुल नही है.
वहीं मोदी सरकार के आंदोलनजीवी वाले बयान पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. कोई इस तंज को सही करार दे रहा है तो कोई गलत.