प्लाजमा थेरेपी बहुत कारगर नहीं

कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जा रही प्लाज्मा थेरेपी पर कुछ पाबंदियां लग सकती है। केंद्र सरकार इस संबंध में एक-दो दिन में गाइडलाइन लाने की तैयारी में है। देश के 18 बड़े डॉक्टरों, वैज्ञानिकों और पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल्स ने भारत सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर के.विजय राघवन को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें सिफारिश की गई है कि प्लाज्मा थेरेपी से मरीजों के ठीक होने के सबूत नहीं मिले हैं। इसलिए इसे लेकर सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को कोविड-19 फोर्स की मीटिंग में इस पर चर्चा हुई और प्लाज्मा थेरेपी को कारगर नहीं बताया गया। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी बहुत प्रभावी नहीं है। एनटीएजीआई के सदस्य एन के अरोड़ा ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी को लेकर भारत में जो स्टडी की गई है उसके हिसाब से प्लाज्मा बहुत प्रभावी नहीं है। उन्होंने कहा गंभीर बीमारी के लिए इसे लेकर राष्ट्रीय स्तर पर एक-दो दिन में फैसला लिया जाएगा। प्लाज्मा के पीछे बहुत ज्यादा भागने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर प्लाज्मा के लिए मदद मांगने वाले लोगों की मैसेजेस की बाढ़ आई हुई है।