सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक नहीं रहे, AIIMS में ली अंतिम सांस

2014 में स्वच्छता मिशन शुरु होने से बहुत पहले से स्वच्छता को लेकर जागरुक हुए बिंदेश्वर पाठक को शौचालय क्रांति का जनक माना जाता है. आज पूरी दुनिया में उनकी पहल की तारीफ हो रही है.
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बिंदेश्वर पाठक
सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर बिंदेश्वर पाठक का निधन हो गया है. उन्होंने आज सुबह स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान अपने दिल्ली के ऑफिस पर तिरंगा फहराया. इसी दौरान वे अचानक गिर गए थे. इसके बाद उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कि उनकी मौत हो गई.

डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी दुख जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'डॉ. बिंदेश्वर पाठक जी का निधन हमारे देश के लिए एक गहरी क्षति है. वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने सामाजिक प्रगति और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया. बिंदेश्वर जी ने स्वच्छ भारत के निर्माण को अपना मिशन बना लिया. उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को जबरदस्त समर्थन दिया. हमारी विभिन्न बातचीत के दौरान स्वच्छता के प्रति उनका जुनून हमेशा दिखता रहा. उनका काम कई लोगों को प्रेरणा देता रहेगा. इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ऊं शांति.'

गौरतलब है कि देशभर में जितने भी सुलभ शौचालय आज दिखाई देते हैं वो डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक की दूरगामी दृष्टि का ही नतीजा हैं.उन्होंने कई वर्षों पहले इस मिशन पर काम शुरू किया और देशभर में शौचालय का निर्माण कराया.