डोभी-ऊर्जा गंगा पाईपलाईन से जनता को लाभ

पश्चिम बंगाल के दौरे के पहले हल्दिया में तेल उद्योग की बैठक किया था, जहाँ वह इनकी परियोजना पहले से ही थी कि वे 4742 करोङ रूपये की तेल, गैस और सङक परियोजना अपने राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उन्होंने अपनी इन तीनों परियोजनाओं को अंजाम भी दिया।
भारत सरकार ने बहुत सारे कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस जैसे उत्पादों को बढावा देने के लिए कई नीतियों की पहल की है। 7 फरवरी को डोभी- दुर्गापुर गैस पाईपलाईन समेत तीन योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने पश्चिम बंगाल के दौरे के पहले हल्दिया में तेल उद्योग की बैठक किया था, जहाँ वह इनकी परियोजना पहले से ही थी कि वे 4742 करोङ रूपये की तेल, गैस और सङक परियोजना अपने राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उन्होंने अपनी इन तीनों परियोजनाओं को अंजाम भी दिया।
अतः प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी जी ने हाल में ही, हल्दिया के दौरे के दौरान तय संपूर्ण ढांचा के अंतर्गत तेल, गैस और सङक परियोजना को समर्पित किया। केंद्रीयमंत्री धर्मेद्रप्रधान के अनुसार इंडियन ऑयल कोर्पोरेशन (आईओसी) ने बताया कि इस परियोजना में 347 कि.मी. लंबी डोभी दुर्गापुर प्राकृतिक गैस पाईपलाईन भी शामिल है। जिसे गेल ने 2433 करोङ रूपये की लागत से बनाया है। पाईपलाईन महत्त्वाकांक्षी प्रधानमंत्री द्वारा ऊर्जा गंगा परियोजना का हिस्सा है। अतः बंगाल की यह यात्रा विकास की यात्रा का एक यादगार क्षण बन चुका है।
दुर्गापुर पाईपलाईन की वजह से अब सिलेंडर भरने के बङे-बङे प्लांट्स लग पा रहे हैं। इससे हमें यही लाभ है कि बङे पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा पुर्णिया के एलपीजी प्लांट का विस्तार भी हो रहा है। इसलिए आनेवाले समय में यह आम जनता के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।